मुंबई (हेमा): महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री नवाब मलिक के संबंधियों द्वारा संचालित एक रियल एस्टेट कंपनी ने गुरुवार को मुंबई की एक अदालत में धन शोधन मामले में अपने खिलाफ लगे आरोपों से मुक्ति के लिए एक आवेदन पेश किया। इस कंपनी पर आरोप है कि इसने अवैध तरीके से संपत्ति की खरीदफरोख्त की है।
इस मामले की जड़ में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) द्वारा दाऊद इब्राहिम के खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी है। दाऊद, जो कि एक नामित वैश्विक आतंकवादी हैं और 1993 के मुंबई सीरियल बम धमाकों का मुख्य आरोपी है, उनके और उनके साथियों के खिलाफ यह FIR अवैध गतिविधियों (निवारण) अधिनियम के तहत दर्ज की गई थी।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने फरवरी 2022 में मलिक को इस मामले में गिरफ्तार किया था। वर्तमान में वह जमानत पर बाहर हैं। कंपनी की ओर से दायर यह आवेदन उसकी ओर से उठाया गया एक कदम है ताकि वित्तीय लेनदेन की जटिलताओं से उनका नाम साफ हो सके।
इस याचिका के जरिए कंपनी ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को चुनौती दी है। कंपनी का कहना है कि उनके खिलाफ लगे आरोप निराधार हैं और इस मामले में उन्हें फंसाया गया है। इस आवेदन को अदालत के समक्ष रखते हुए कंपनी के वकीलों ने जोर देकर कहा कि उनके मुवक्किलों पर लगाए गए आरोप में कोई भी सबूत नहीं है जो उन्हें दोषी सिद्ध कर सके।