रांची (हेमा)- झारखंड के रांची में सोमवार को भ्रष्टाचार और अवैध संपत्ति के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई के दौरान, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नौ विभिन्न स्थानों पर छापे मारे। इस कार्रवाई में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है, जहां झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव के नौकर के घर से 25 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी मिली है।
ED द्वारा की गई इस छापेमारी में जहांगीर के घर से बड़ी मात्रा में नकदी बरामद की गई, जो मंत्री के निजी सचिव संजीव लाल का नौकर है। नकदी विशाल बैगों में छुपाकर रखी गई थी और अब तक नोटों की गिनती जारी है। इस घटना की वजह से स्थानीय नागरिकों और मीडिया के बीच काफी चर्चा हो रही है।
इस छापेमारी की खबर ने धुर्वा के सेल सिटी इलाके और बोड़ेया मोरहाबादी रोड को केंद्रित किया है, जहां से कुछ प्रमुख व्यक्तियों के घरों की तलाशी ली गई। सूत्रों के अनुसार, जिन लोगों के यहां छापेमारी हुई है, उनके संबंध पूर्व मुख्य इंजीनियर वीरेंद्र राम से जुड़े हुए हैं।
वीरेंद्र राम से जुड़े होने के कारण, ED ने इस मामले में विशेष ध्यान दिया है। रांची के सेल सिटी स्थित पथ निर्माण विभाग के इंजीनियर विकास कुमार के घर पर भी छापेमारी जारी है। यह छापेमारी इस बात की गवाही देती है कि प्रशासन अब भ्रष्टाचार के खिलाफ कितनी सक्रियता से काम कर रहा है।
स्थानीय प्रशासन और ED अब इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं। यह मामला न केवल भ्रष्टाचार के नए पहलुओं को उजागर करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे उच्च पदों पर बैठे लोगों के करीबी सहयोगियों द्वारा भ्रष्ट गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। जांच के नतीजे से अन्य संबंधित लोगों पर भी कार्रवाई की जा सकती है।