जयपुर (हेमा)- राजस्थान में 12 लोकसभा सीटों पर सुबह 7 बजे से वोटिंग जारी है। सुबह से ही पोलिंग बूथों पर वोटर्स में जबर्दस्त क्रेज देखने को मिल रहा है। एक दर्जन से ज्यादा जगहों पर ईवीएम में खराबी के कारण मतदान देरी से शुरू हुआ है। ऐसे में कई जगह ग्रामीणों में आक्रोश देखने को मिला। वहीं, जयपुर ग्रामीण सहित कई लोकसभा क्षेत्रों में लोगों ने चुनाव का बहिष्कार भी किया। ऐसे में कई पोलिंग बूथों पर एक भी वोट नहीं पड़ा है।
जानकारी के मुताबिक जयपुर के बस्सी, श्रीगंगानगर, डीग, भरतपुर, धौलपुर, बीकानेर जिले के पोलिंग बूथों पर ग्रामीणों ने अपनी-अपनी मांगों को लेकर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया। पिछले कई घंटे से प्रशासनिक अधिकारी ग्रामीणों से समझाइश में जुटे हुए है। लेकिन, ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े हुए है। ऐसे में कई पोलिंग बूथों पर अभी तक एक भी वोट नहीं पड़ा है। वहीं, कई पोलिंग बूथों पर 3-4 लोगों ने वोट डाला है।
जयपुर के बस्सी में ग्राम पंचायत पालावाला जाटान के ग्रामीण पोलिंग बूथ पर एक भी मतदाता वोट करने नहीं आए। यहां के क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए चुनाव का बहिष्कार किया है। दरअसल, बस्सी से तुंगा में परिसीमन के बाद से पालावाला जाटान गांव के लोग नाराज है। ऐसे में पालावाला जाटान के ग्रामीणों ने 9वीं बार चुनाव का बहिष्कार किया है।
श्रीगंगानगर के रायसिंहनगर के गांव 22NP और 38NP में रेलवे अंडरपास की मांग को लेकर ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया। बीकानेर के नोखा के दासनू गांव में डामरीकरण सड़क की मांग को लेकर ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया। भरतपुर के रूपवास तहसील के खेरिया बिल्लोच के ग्रामीणों ने गांव में से शराब का ठेका न हटाने के चलते वोट नहीं डाले।
वहीं डीग जिले के इकलेरा गांव में ग्रामीणों ने पिछले दिनों गांव में तीन घरों में हुई चोरियों के चलते पुलिस की कारगुजारी के चलते मतदान का बहिष्कार कर किया। जबकि धौलपुर के सरानी के राजोरा मतदान केंद्र पर जलभराव की समस्या को लेकर ग्रामीणों ने बहिष्कार किया।