जयपुर (उपासना) : जयपुर के एक निजी बीएड कॉलेज के प्रिंसिपल का रविवार 5 मई को दिनदहाड़े अपहरण हो गया। सांगानेर थाना क्षेत्र के गोनेर रोड राधा विहार निवासी प्रिंसिपल प्रमोद कुमार शर्मा के घर तीन चार लोग पहुंचे। उन्होंने प्रमोद कुमार के साथ मारपीट की और फिर अपनी गाड़ी में पटक कर ले गए।
पीड़ित प्रमोद की पत्नी और बेटे ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। इसके बाद सांगानेर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अपहरणकर्ताओं का पीछा किया। करीब 4 घंटे बाद पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को पकड़ लिया और प्रिंसिपल प्रमोद कुमार शर्मा को मुक्त करा लिया। आरोपियों से हुई पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
अपहरण के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनमें रोहिताश, बृजेश तंवर और बंटी गुर्जर शामिल है। सांगानेर थाना प्रभारी पूनम चौधरी ने बताया कि आरोपियों से हुई पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस को बताया कि जिस प्रिंसिपल का उन्होंने अपहरण किया, उस प्रमोद शर्मा ने सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देकर 10 लाख रुपए हड़प लिए थे।
आरोपी रोहिताश की बहन को थर्ड ग्रेड शिक्षक और साले को कृषि पर्यवेक्षक की नौकरी दिलाने का झांसा देकर 10 लाख रुपए हड़प लिए गए थे। प्रमोद शर्मा नौकरी नहीं लगा पाया और रुपए भी वापस नहीं लौटा रहा था। रुपए वापस लेने का दबाव बनाने के लिए आरोपियों ने प्रमोद शर्मा का किडनैप किया था।
जांच के दौरान यह भी पता चला है कि जिस प्रिंसिपल को सांगानेर पुलिस ने आरोपियों से मुक्त कराया। वह सवा साल तक जेल में रह चुका है। सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देकर रुपए हड़पने पर प्रमोद कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी के दो मुकदमे दर्ज हुए थे। इस मुकदमो में पुलिस ने प्रमोद को गिरफ्तार करके जेल भेजा था।
करीब सवा साल तक जेल में रहने के बाद प्रमोद कुमार जमानत पर छूट गया। जेल से बाहर आने के बाद रोहिताश ने 10 लाख रुपए मांगे। नहीं देने पर रोहिताश ने अपने साथियों के साथ प्रमोद शर्मा का अपहरण किया।