राजस्थान के शिक्षा मंत्री, मदन दिलावर ने हाल ही में स्कूलों के ड्रेस कोड को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान जारी किया। उनका कहना है कि स्कूलों में ड्रेस कोड का पालन अनिवार्य है और इसकी अवहेलना करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने इसे समझाते हुए कुछ विशेष उदाहरण भी दिए।
ड्रेस कोड की अहमियत
मंत्री जी ने बताया कि स्कूल ड्रेस कोड न केवल एकता और समानता का प्रतीक है, बल्कि यह विद्यार्थियों में अनुशासन और जिम्मेदारी की भावना को भी विकसित करता है। उन्होंने आगाह किया कि नियमों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने चिंता जताई कि अगर नियमों का पालन नहीं किया गया, तो इससे शैक्षिक परिवेश पर असर पड़ेगा।
मंत्री ने यह भी कहा कि कुछ विद्यार्थी और अभिभावक ड्रेस कोड का मजाक उड़ाते हैं और अपनी मर्जी से कपड़े पहनकर आते हैं। उन्होंने एक परिहास करते हुए कहा, “अगर कल कोई हनुमान जी बनकर स्कूल आ जाए, तो क्या होगा?” इससे उनका आशय यह था कि स्कूल एक गंभीर स्थान है और इसे ऐसे ही नहीं लिया जा सकता।
शिक्षा मंत्री के अनुसार, ड्रेस कोड का पालन न केवल स्कूल की पहचान को बढ़ाता है, बल्कि यह विद्यार्थियों को एक सुरक्षित और संगठित माहौल प्रदान करता है। उन्होंने यह भी बताया कि ड्रेस कोड के नियमों का पालन करने से विद्यार्थियों में आत्म-सम्मान और आत्म-विश्वास की भावना विकसित होती है।
इस बयान के माध्यम से, मदन दिलावर ने न केवल ड्रेस कोड की गंभीरता पर बल दिया, बल्कि यह भी संदेश दिया कि शैक्षणिक संस्थानों में अनुशासन और एकता को बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने सभी से नियमों का पालन करने और स्कूल के माहौल को पोषित करने की अपील की।