अयोध्या (हेमा)- अयोध्या के राम मंदिर में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हालिया दर्शन को लेकर राजनीतिक गलियारों में बहस गरम है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने इसे चुनावी स्टंट बताया है। उनके अनुसार, राष्ट्रपति को चुनावी माहौल बनाने के लिए विशेष रूप से अयोध्या भेजा गया है।
शिवसेना (उद्धव गुट) सांसद संजय राउत का कहना है कि प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा के समय राष्ट्रपति मुर्मू को नहीं बुलाया गया था, जबकि अब चुनावों की आहट के बीच उन्हें अयोध्या भेजने का निर्णय किया गया। इसे उन्होंने राजनीतिक चाल बताया।
इस प्रकरण पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने बताया कि जब राष्ट्रपति मुर्मू ने पदभार संभाला, तो विपक्ष ने उनकी नियुक्ति पर सवाल उठाया था। ठाकुर के अनुसार, कांग्रेस ने चुनाव के दौरान भ्रामक जानकारी फैलाई थी और यह बात उनके द्वारा दी गई निमंत्रण सूची के सार्वजनिक होने पर स्पष्ट हो गई।
इस घटनाक्रम के बीच, राजनीतिक पंडित इस बात पर भी विचार कर रहे हैं कि चुनावी समय में धार्मिक स्थलों की यात्रा किस तरह से मतदाताओं की भावनाओं को प्रभावित कर सकती है। ऐसी घटनाएँ न केवल राजनीतिक दलों के लिए, बल्कि मतदाताओं के लिए भी महत्वपूर्ण होती हैं, जो उनके वोटिंग पैटर्न को प्रभावित कर सकती हैं।
आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर यह घटनाक्रम और भी महत्वपूर्ण हो जाता है, जहां हर राजनीतिक कदम की गहराई से पड़ताल की जा रही है। अब देखना यह है कि इस तरह की घटनाएं चुनावी परिणामों पर किस प्रकार से असर डालेंगी।