लुधियाना (हरमीत): लुधियाना के चर्चित स्वीटी हादसा केस में बड़ा खुलासा हुआ है। जिम जा रही स्वीटी हादसे का शिकार नहीं हुई थी। स्वीटी का सोची समझी साजिश के तहत उसके प्रेमी ने ही कत्ल किया था। उसने अपने चचेरे भाई के साथ मिलकर स्वीटी को कार के नीचे देकर मार दिया। वारदात को अंजाम देने वाले दोनों चचेरे भाईयों लखविंदर और कुलविंदर को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि ड्राइवर अजमेर सिंह पहले से ही पुलिस हिरासत में है।
थाना प्रभारी नरदेव सिंह ने कहा कि आरोपी लखविंदर सिंह ने पुलिस को बताया कि वह शादीशुदा है और उसका एक बेटा है लेकिन उसकी पत्नी की 7 साल पहले सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। थाना प्रभारी ने बताया कि सात साल पहले स्वीटी अरोड़ा सोशल मीडिया के जरिए उसके संपर्क में आई और दोनों के बीच अफेयर चल रहा था और स्वीटी एक साल से लगातार उस पर शादी करने का दबाव बना रही थी लेकिन वह इनकार कर रहा था। फिर एक दिन सोची समझी योजना के तहत वह अपने चचेरे भाई कुलविंदर से मिला और स्वीटी पर कार चढ़ाकर उसकी हत्या कर दी ताकि पुलिस या किसी को शक न हो।
थाना प्रभारी नरदेव सिंह ने बताया कि हादसे के बाद पुलिस ने आसपास लगे सभी सीसीटीवी खंगाले तो देखा कि पहली नजर में पुलिस को सीसीटीवी में यह हादसा नजर नहीं आया, क्योंकि कार चालक ने ब्रेक नहीं लगाया था। थाना प्रभारी नरदेव सिंह ने बताया कि आरोपी इतने शातिर निकले कि 13 मार्च को घटना के बाद जब उन्हें मीडिया से पता चला कि उनकी कार सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है तो उन्होंने अपने ड्राइवर को भेजा, जो उनके साथ था, पुलिस को आत्मसमर्पण करने के लिए, इसलिए दिया ताकि किसी को पता न चले कि यह हत्या है।
वहीं ड्राइवर से पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपी चचेरे भाई लखविंदर सिंह और कुलविंदर सिंह को पूछताछ के लिए बुलाया, जिसके बाद उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया।