भारतीय लोकतंत्र के महापर्व, लोकसभा चुनाव 2024 के लिए डंका बज चुका है। इस बार की चुनावी रणनीति में कुल 543 सीटों पर विजय पाने के लिए उम्मीदवार सात चरणों में अपनी किस्मत आजमाएंगे। आगाज 19 अप्रैल से होगा और इस महासंग्राम का समापन 1 जून को होगा।
चुनावी शंखनाद
चुनावी घोषणा के साथ ही देश भर में आचार संहिता लागू हो गई है। इस वर्ष, चुनावी प्रक्रिया में 46 दिन लगेंगे, जिसमें मतदान से लेकर परिणामों की घोषणा तक का समय शामिल है।
चार राज्यों – आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, और सिक्किम – में भी विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान हुआ है। ओडिशा में वोटिंग कई चरणों में होगी, जबकि बाकी तीन राज्यों में एकल चरण में मतदान संपन्न होगा।
मणिपुर: दो चरणों में मतदान
इस बार लोकसभा सीटों की संख्या में भी एक बदलाव हुआ है। मणिपुर की आउटर मणिपुर लोकसभा सीट के लिए दो चरणों में मतदान होगा, जिससे सीटों की कुल संख्या 543 से बढ़कर 544 हो गई है।
इस खास व्यवस्था के तहत, 28 विधानसभा सीटें वाली इस लोकसभा सीट पर, 15 विधानसभा सीटों पर 19 अप्रैल और शेष 13 सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान होगा। यह प्रक्रिया स्थानीय समस्याओं और सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर अपनाई गई है।
इस बार के चुनावी महासमर में विविधता और विशालता का अनूठा संगम है। जहां एक ओर भारतीय लोकतंत्र की जीवंतता और परिपक्वता का परिचय मिलेगा, वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय एकता और विविधता की भी झलक मिलेगी। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान, मतदाताओं की सुरक्षा और सहजता को सर्वोपरि रखा जाएगा। निसंदेह, लोकसभा चुनाव 2024 भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ेगा।