वॉशिंगटन (राघव): पूर्व वरिष्ठ भारतीय राजनयिक हर्ष वर्धन श्रृंगला ने बुधवार को कहा कि भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए स्पष्ट और निरंतर नेतृत्व की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी बताया कि अमेरिका में भी उन्हें ऐसा प्रतीत होता है कि प्रशासन भारत में एक स्पष्ट मंडेट देखना चाहता है जो इसे एक मजबूत आर्थिक शक्ति बना सके।
श्रृंगला ने आगे कहा, “हमें जो चाहिए वह है एक स्पष्ट और निरंतर नेतृत्व का मंडेट, जो भारत को एक विकसित भारत बनाने के लिए निर्णय ले सके।” उनके अनुसार, यह नेतृत्व न केवल अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की छवि को मजबूत करेगा बल्कि घरेलू स्तर पर भी आर्थिक विकास को गति देगा।
इस संदर्भ में, श्रृंगला ने बताया कि विकसित देशों की तरह नीतिगत निर्णयों में स्थिरता और पारदर्शिता भारत के लिए भी अनिवार्य हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि निर्णय लेने की प्रक्रिया में दीर्घकालिक दृष्टिकोण और सामंजस्य आवश्यक है।
श्रृंगला के मुताबिक, नेतृत्व की यह स्पष्टता न केवल राजनीतिक बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी भारत के लिए लाभकारी होगी। विकास के लिए नीतिगत निर्णयों में निरंतरता और आत्मनिर्भरता की दिशा में कार्य करना अनिवार्य है।