उत्तर प्रदेश के गोरखपुर की एक युवती ने सोशल मीडिया के माध्यम से जुड़ने के बाद अहमदाबाद के एक व्यापारी से शादी की। यह विवाह एक मंदिर में संपन्न हुआ, उसके बाद कोर्ट मैरिज भी की गई। लेकिन ससुराल पहुंचने पर युवती को अपने जीवन के सबसे बड़े धोखे का सामना करना पड़ा।
वेब का विश्वास
कुशीनगर की रहने वाली रवीना को बसंत नामक व्यक्ति से फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली। रवीना ने इसे स्वीकार किया और धीरे-धीरे उनके बीच मित्रता गहरी होती गई। यह मित्रता जल्द ही प्रेम में बदल गई, जिसके बाद दोनों ने शादी करने का निर्णय लिया।
विवाह के वादे
शादी के बाद बसंत ने रवीना को अपने साथ अहमदाबाद ले जाने का वादा किया था। वहां पहुंचने पर, रवीना को अहसास हुआ कि उनके पति ने अपनी धार्मिक पहचान को लेकर उनसे धोखा किया है। यह खुलासा उनके लिए एक बड़ा धक्का था।
विवाद की वेदना
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में, इस घटना को लव जिहाद का एक मामला माना जा रहा है। रवीना ने अपने पति पर आरोप लगाया कि उसने धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डाला। इसके अलावा, ससुराल वालों द्वारा उन्हें मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा।
व्यवस्था की विफलता
इस मामले में पुलिस का कहना है कि उन्हें इस प्रकरण की कोई औपचारिक शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। इस बयान ने समाज में व्याप्त ऐसे मामलों के प्रति प्रशासनिक उदासीनता को उजागर किया है।
विश्वास की विडंबना
रवीना की कहानी सोशल मीडिया के युग में व्यक्तिगत संबंधों की जटिलताओं और चुनौतियों को दर्शाती है। यह घटना न केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि एक सामाजिक संकेत भी है कि कैसे डिजिटल युग में व्यक्तिगत संबंध और विश्वास नाजुक बन गए हैं। इस घटनाक्रम ने समाज में धार्मिक और सामाजिक संवेदनशीलता के प्रति जागरूकता बढ़ाई है और यह भी दर्शाया है कि कैसे आधुनिक प्रौद्योगिकी व्यक्तिगत संबंधों को प्रभावित कर सकती है।