दिल्ली में शराब घोटाले का मामला एक नई करवट लेता दिख रहा है। इस मामले में, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छठवीं बार समन जारी किया है। इस समन के जरिए, उन्हें 19 फरवरी को ED के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है, जो इस मामले में एक महत्वपूर्ण पड़ाव साबित हो सकता है।
शराब घोटाला केस में नए खुलासे की संभावना
इस घटनाक्रम को दिल्ली की राजनीति में एक बड़े विवाद के रूप में देखा जा रहा है। केजरीवाल के खिलाफ यह छठवां समन उन पर लगे आरोपों की गंभीरता को दर्शाता है। इससे पहले, ED ने कई बार उन्हें समन भेजा था, लेकिन हर बार केजरीवाल की ओर से कुछ न कुछ कारण बताकर पेशी से बचा जाता रहा है।
इस बार ED ने कड़े तेवर अपनाए हैं और केजरीवाल को स्पष्ट रूप से 19 फरवरी को पूछताछ के लिए हाजिर होने की सूचना दी है। इससे यह संकेत मिलता है कि प्रवर्तन निदेशालय इस मामले में किसी बड़े खुलासे की ओर अग्रसर है।
शराब घोटाले में यह नया मोड़ दिल्ली की राजनीति में उथल-पुथल मचा सकता है। इस मामले में आगे क्या होगा, यह तो 19 फरवरी को ही पता चल पाएगा, जब केजरीवाल ED के समक्ष पेश होंगे। इस पूछताछ के परिणामों पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।
इस बीच, केजरीवाल और उनकी पार्टी की ओर से इस समन को राजनीतिक प्रतिशोध का एक हथियार बताया जा रहा है। वे इसे अपने खिलाफ एक साजिश के रूप में देख रहे हैं। हालांकि, ED इसे अपनी जांच का एक हिस्सा बता रही है और कह रही है कि अगर केजरीवाल निर्दोष हैं, तो उन्हें इस पूछताछ में कोई डरने की आवश्यकता नहीं है।
शराब घोटाले के इस मामले में अगले कुछ दिन निश्चित रूप से दिल्ली की राजनीति में चर्चा का विषय बने रहेंगे। सभी की नजरें इस पर टिकी हुई हैं कि ED की पूछताछ में क्या सामने आता है और इसका असर दिल्ली की राजनीति पर क्या पड़ता है।