नई दिल्ली (उपासना): मुंबई एयरपोर्ट पर एक बड़ी घटना में, अफगान डिप्लोमैट जाकिया वर्दाक को सोने की स्मगलिंग करते हुए पकड़ा गया। शुक्रवार को भारतीय राजस्व सेवा के खुफिया विभाग (DRI) ने उन्हें 25 किलो सोना, जो कि 1-1 किलो के 25 बार में बंटा हुआ था, के साथ गिरफ्तार किया।
डिप्लोमैटिक इम्यूनिटी के चलते वर्दाक को गिरफ्तार तो नहीं किया जा सका, पर उनके पास से कोई भी वैध दस्तावेज नहीं मिले जो सोने की मालिकाना हक को साबित कर सकें। वर्दाक ने यह सोना दुबई से भारत लाने की बात स्वीकारी है।
इस घटना के बाद, शनिवार को वर्दाक ने अपना इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष भर में उन्होंने कई निजी हमलों का सामना किया। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके और उनके परिवार के खिलाफ किए गए इन हमलों से उनके कार्य प्रदर्शन पर असर पड़ा है। वर्दाक ने कहा, “मैं अब और अपमान नहीं सह सकती।”
उनका कहना है कि यह घटना अफगानिस्तान में महिलाओं की दयनीय स्थिति को दर्शाती है। उन्होंने अपने इस्तीफे के दौरान इस बात का खुलासा किया कि किस प्रकार से उन्हें और उनके परिवार को लगातार नीचा दिखाया गया।