नई दिल्ली (नीरू): बहुजन समाज पार्टी ( बसपा) की मुखिया और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने राज्यसभा सांसद स्वाति मालिवाल के मुद्दे पर पहली प्रतिक्रिया दी है। उनकी प्रतिक्रिया ऐसे वक्त में आई है जब लखनऊ में समाजवादी पार्टी के नेता और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री तथा आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने प्रेस वार्ता की।
इस प्रेस वार्ता में जब अरविंद केजरीवाल से सवाल किया गया तो उन्होंने कुछ कहा नहीं, उनकी जगह अखिलेश ने कहा कि इससे भी ज्यादा जरूरी मुद्दे हैं। उन्होंने कहा, भाजपाई किसी के सगे नहीं है, भाजपाई झूठे मुकदमे लगाने वाला गैंग हैं। इन सबके बीच बसपा सुप्रीमो ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट किया और महिला सुरक्षा पर इंडिया अलाइंस के दोहरे रवैये पर सवाल उठाया।
बसपा सुप्रीमो ने कहा, ‘महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान व उत्पीड़न के साथ ही किसी भी नेता द्वारा अन्य कोई भी गलत कार्य करने पर सख्त कार्रवाई के मामले में चाहे कोई भी पार्टी या ‘INDIA’ ब्लॉक व अन्य गठबन्धन हो तो इन्हें दोहरा मापदण्ड नहीं अपनाना चाहिए अर्थात् इन्हें बीएसपी के शीर्ष नेतृत्व से जरूर सबक लेना चाहिए।’
मायावती ने लिखा कि अतः आप पार्टी की महिला राज्यसभा सांसद के साथ सीएम आवास में अभद्रता के गंभीर मामले पर देश की नजर तथा दोषी के विरुद्ध अब तक कार्रवाई नहीं होना अनुचित। ऐसे में राज्यसभा के सभापति व महिला आयोग को भी इस घटना का समुचित संज्ञान लेने की जरूरत।
दरअसल लखनऊ में आज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, जिसमें पत्रकारों ने केजरीवाल से स्वाति मालीवाल से हुई मारपीट पर सवाल पूछा। इस पर सीएम ने तो कोई जवाब नहीं दिया लेकिन, उनकी आप सांसद राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रतिक्रिया दी और मणिपुर, प्रज्वल रेवन्ना और महिला पहलवानों का जिक्र करते हुए भाजपा पर ही पलटवार करने की कोशिश की।