जलंधर के प्रसिद्ध बापू लाल बादशाह दरगाह कमेटी में जारी विवाद अब इसके वार्षिक मेले पर भी असर डाल सकता है। पश्चिमी दिल्ली से भाजपा के सांसद और जलंधर के नकोदर में स्थित बापू लाल बादशाह दरगाह के पूर्व गद्दीनशीन हंसराज हंस पर सेवादारों ने पैसे गबन करने का आरोप लगाया है। कमेटी में दो धड़े हैं और दोनों ने अपनी-अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं, जिससे विवाद और भी गहरा सकता है। जानकारी के मुताबिक, इस साल का मेला इस महीने की 26 और 27 तारीख को होना है।
हंसराज हंस के खिलाफ आरोप
दरगाह कमेटी के विवाद ने स्थानीय समुदाय में चिंता और उत्सुकता का माहौल बना दिया है। कमेटी के दो धड़ों के बीच चल रही इस तनातनी में, हंसराज हंस पर पैसे गबन करने के गंभीर आरोप हैं। दरगाह कमेटी का यह विवाद अब सार्वजनिक हो चुका है और इसके चलते आयोजित होने वाले वार्षिक मेले पर भी प्रभाव पड़ सकता है।
विवाद के केंद्र में आयोजित होने वाले मेले की तैयारी और उसके सफल आयोजन पर भी प्रश्न चिह्न लग गए हैं। इस संदर्भ में, स्थानीय समुदाय और दरगाह कमेटी के सदस्यों में बढ़ती चिंता देखी जा सकती है। दोनों धड़े अपनी-अपनी स्थिति को मजबूत करने में लगे हैं, जिससे समाधान की दिशा में प्रगति होने में बाधा आ रही है।
इस पूरे विवाद में, सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि दरगाह कमेटी के अंदरूनी मतभेद से आयोजित होने वाले वार्षिक मेले की भावना और उसके आयोजन पर असर पड़ सकता है। यह मेला स्थानीय समुदाय के लिए न केवल एक धार्मिक उत्सव है बल्कि एक सामाजिक मिलन का भी अवसर प्रदान करता है।
स्थानीय समुदाय और दरगाह कमेटी के सदस्यों ने इस विवाद को सुलझाने के लिए संवाद और समझौते की दिशा में कदम उठाने की मांग की है। उनका मानना है कि आपसी मतभेदों को दूर करके ही दरगाह कमेटी के कार्यों को सुचारू रूप से आगे बढ़ाया जा सकता है और आगामी मेले को सफलतापूर्वक आयोजित किया जा सकता है।
अंततः, इस पूरे विवाद के समाधान की दिशा में प्रगति होना आवश्यक है, ताकि दरगाह कमेटी के आंतरिक मतभेद वार्षिक मेले की भावना को प्रभावित न करें और समुदाय एकजुटता के साथ इस धार्मिक और सामाजिक उत्सव को मना सके।