राजस्थान के डीग जिले में हनी ट्रैप के चंगुल में फंसकर एक पुलिस इंस्पेक्टर ने अपनी जीवन भर की कमाई 90 लाख रुपये गवां दिए। यह घटना कुम्हेर थाने के इंस्पेक्टर महेंद्र राठी के साथ घटित हुई, जिन्होंने इसकी शिकायत अलवर के अरावली विहार पुलिस थाने में दर्ज कराई।
हनी ट्रैप के जाल में फंसे
इस घटना का पर्दाफाश होने पर राजस्थान पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तीन महिलाओं सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया। ये सभी आरोपी राजस्थान के अलग-अलग जिलों से हैं और इन्होंने मिलकर इस षड्यंत्र को अंजाम दिया। इस मामले की गहन जांच के लिए अलवर पुलिस ने भरतपुर की ओर अपने कदम बढ़ाए।
इस जालसाजी की शिकायत के बाद, पुलिस ने एक विस्तृत जांच प्रक्रिया शुरू की जिसमें सभी आरोपियों की भूमिका का खुलासा हुआ। इन आरोपियों ने इंस्पेक्टर राठी को विश्वास में लेकर उनसे बड़ी रकम ऐंठी।
जांच में जुटी पुलिस
पुलिस के अनुसार, यह पूरी घटना बेहद सोची-समझी योजना के तहत अंजाम दी गई थी। आरोपी महिलाएं और उनके साथी ने पहले इंस्पेक्टर के साथ दोस्ती बढ़ाई और फिर उन्हें धोखे में रखते हुए उनसे पैसे ऐंठने का काम किया। इस मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों में तीन महिलाएं और दो पुरुष शामिल हैं, जिनकी पहचान अभी गोपनीय रखी गई है।
इस घटना के उजागर होने के बाद, राजस्थान पुलिस ने सार्वजनिक रूप से लोगों को सचेत किया है और हनी ट्रैप जैसी घटनाओं से बचने के लिए आगाह किया है। पुलिस ने इसे एक गंभीर अपराध मानते हुए इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।
राजस्थान पुलिस इस मामले की जांच जारी रखे हुए है, ताकि इस प्रकार की अन्य घटनाओं को रोका जा सके और समाज में सुरक्षा की भावना को मजबूत किया जा सके। इसके साथ ही, पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।