ग्लासगो (स्काटलैंड)(हरमीत): पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में लोगों के विरोध प्रदर्शन को शांत करने के लिए पाकिस्तानी सैन्य रेंजरों को तैनात किया जा रहा है। राजधानी मुजफ्फराबाद में स्थिति बिगड़ती जा रही है। यहां लोगों के विरोध प्रदर्शन करने वालों पर दिनदहाड़े हत्या करने का अल्टीमेटम दे दिया है। इससे आम लोगों की जिंदगी दांव पर लगी हुई है। बता दें कि व्हील जाम हड़ताल लगातार चौथे दिन जारी है। अशांति के बीच अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प हो रही है।
स्कॉटलैंड में रहने वाले पीओके कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा ने इसको लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में स्थिति बहुत गंभीर बनी हुई है। कश्मीरी एक्टिविस्ट ने कहा कि ‘यह दिनदहाड़े हत्या है जो पीओके में हो रही है। हमारी जान खतरे में है।’ दरअसल, यह अशांति मंगला बांध से टैक्स फ्री बिजली और गेहूं के आटे पर सब्सिडी की मांग को लेकर अवामी एक्शन कमेटी द्वारा शुरू की गई पहिया-जाम हड़ताल से उपजी है। लगातार चौथे दिन जारी यह हड़ताल पीओजेके निवासियों के बीच बढ़ते असंतोष का कारण बनती जा रही है।
मुजफ्फराबाद, दादियाल, मीरपुर और पीओजेके के अन्य क्षेत्रों में प्रदर्शनकारियों और अधिकारियों के बीच जोरदार झड़प हो रही है। रात भर की पुलिस छापेमारी में कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया, जिससे असंतोष की आग और भड़क गई। मिर्जा ने चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि ‘अचानक प्रदर्शनकारियों ने जवाबी हमला किया और रेंजर्स पीछे हट गए। ऐसा लग रहा था जैसे रेंजर्स घटनास्थल से गायब हो गए, लेकिन फिर वे भारी संख्या में रेंजरों के साथ वापस लौटे और प्रदर्शनकारियों पर हमला बोला।
मिर्जा ने मुज़फ़्फ़राबाद में सेना कमांडो की तैनाती का भी खुलासा किया। उन्होंने बताया कि हर एक हेलीकॉप्टर में लगभग 20 से 25 कमांडो होते हैं। एक वीडियो संदेश में मिर्जा ने कहा ‘हम एक निराशाजनक स्थिति में हैं। क्षेत्र में इंटरनेट सेवाओं के ब्लैकआउट पर भी उन्होंने अफसोस जताया। पीओके में बढ़ती हिंसा को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की गुहार में मिर्जा ने भारत सरकार से इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र में उठाने की गुहार लगाई है। इसके अलावा इस मामले में पाकिस्तानी राजदूत से जवाब मांगने का भी आग्रह किया।