सिडनी (हेमा): वैश्विक महामारी के बाद की अवधि में हवाई यात्रा के किराए में आई वृद्धि अब धीमी पड़ रही है, परंतु यह संभावना कम है कि हवाई टिकट की कीमतें पुराने, सस्ते दिनों की तरफ लौट पाएंगी।
सिडनी से डेविड बीयरमैन, यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी सिडनी की रिपोर्ट के अनुसार ऑस्ट्रेलिया से बाहर और भीतर जाने वाली उड़ानों के किराए में 2022 से काफी वृद्धि देखी गई है। यह वृद्धि कईयों के लिए आश्चर्यजनक रही है। 2023 में, राजनेताओं और मीडिया ने यह जांचना शुरू किया कि एयरलाइन्स इतने “लालची” क्यों बन गए हैं कि वे वर्ष भर के लाभ के बावजूद भारी किराए वसूल रहे हैं।
यह स्थिति न केवल उपभोक्ताओं के लिए, बल्कि उद्योग के लिए भी एक नई चुनौती प्रस्तुत करती है। एयरलाइन उद्योग के विशेषज्ञ यह दावा करते हैं कि उच्च किराए वास्तव में विभिन्न आर्थिक और ऑपरेशनल कारणों से जुड़े हुए हैं। महामारी के बाद की वृद्धि का एक मुख्य कारण यह है कि एयरलाइनों को अपने ऑपरेशनल खर्चों की भरपाई करनी है। ईंधन की बढ़ती कीमतें, कर्मचारी संबंधित लागत, और महामारी के कारण हुई आर्थिक हानि ने इस वृद्धि को और बढ़ा दिया है।
आगे बढ़ते हुए, यह स्पष्ट हो जाता है कि उपभोक्ताओं को नई वास्तविकताओं के अनुकूल होना होगा। यह स्थिति उन एयरलाइनों के लिए भी एक परीक्षा की घड़ी है जो उपभोक्ता विश्वास को कायम रखने की कोशिश कर रहे हैं। अंत में, यह मानना होगा कि वैश्विक वायु यातायात में सुधार जारी रहेगा, लेकिन उपभोक्ताओं को उच्च किराए के साथ जीने की आदत डालनी होगी। यह नई स्थिति वैश्विक यात्रा की नई छवि का हिस्सा बन गई है।