नई दिल्ली (राघव): अंतरराष्ट्रीय व्यापार के मोर्चे पर भारत को ज्यादातर भागीदार देशों के साथ घाटा उठाना पड़ रहा है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष के दौरान भारत को अपने 10 सबसे बड़े व्यापारिक भागीदार देशों में से 9 के साथ घाटा उठाना पड़ गया।
एक रिपोर्ट में आधिकारिक आंकड़ों के हवाले से बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान भारत को 10 में से 9 प्रमुख व्यापारिक भागीदारों के साथ घाटा उठाना पड़ गया। उनमें चीन, रूस, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया आदि शामिल हैं। एक और गंभीर बात ये पता चली है कि उनमें से कई देशों के साथ भारत का व्यापार घाटा साल भर पहले की तुलना में बढ़ गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत को सबसे ज्यादा व्याापार घाटा अभी चीन के साथ हो रहा है। पिछले वित्त वर्ष में इसका आंकड़ा बढ़कर 85 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया। वहीं भारत का व्यापार घाटा रूस के साथ 57.2 बिलियन डॉलर, दक्षिण कोरिया के साथ 14.71 बिलियन डॉलर और हांगकांग के साथ 12.2 बिलियन डॉलर रहा। पिछले वित्त वर्ष में सिर्फ अमेरिका के साथ व्यापार का संतुलन भारत के पक्ष में रहा। यह ट्रेड सरप्लस 36.74 बिलियन डॉलर का रहा।
वहीं दूसरी ओर संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, रूस, इंडोनेशिया और इराक के साथ भारत का व्यापार घाटा पिछले वित्त वर्ष में 2022-23 की तुलना में कम हुआ है।