जगदलपुर (हरमीत) : गुरुवार को नारायणपुर और कांकेर के सीमावर्ती इलाके में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में मारी गई तीन महिलाओं की पहचान नक्सली उत्तर बस्तर डिवीजन के सदस्य के रूप में की गई है। तीनों पर 18 लाख रुपये का इनाम था। इनमें से एक पीएलजीए कंपनी नंबर पांच की मलकानगिरी-ओडिशा निवासी नक्सली महिला लक्ष्मी थी, जिस पर 8 लाख रुपये का इनाम था। अन्य दो नक्सली परतापुर एरिया कमेटी के सदस्य थे। सविता मानपुर मोहल्ले की रहने वाली थी और शांता बीजापुर की रहने वाली थी। दोनों पर 5-5 लाख रुपये का इनाम था।
आईजीपी सुंदरराज पी ने बताया कि नारायणपुर-कांकेर सीमा पर हाचेकोटी, छिंदपुर, बिनागुंडा, पांगुर के जंगलों में लगातार 72 घंटे तक ऑपरेशन चलाया गया। इस संयुक्त ऑपरेशन में नारायणपुर और कोंडगांव जिले से डीआरजी, एसटीएफ और बीएसएफ 135वीं वाहिनी शामिल थी।
मौके से एक 303 राइफल, दो 315 राइफल, एक बीजीएल लांचर, एक भरी हुई बंदूक और भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री और अन्य नक्सली दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की गई। मुठभेड़ में बड़ी संख्या में अन्य नक्सलियों के मारे जाने या घायल होने की संभावना है।
कांकेर के पुलिस उपमहानिरीक्षक केएल ध्रुव और नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि इस ऑपरेशन के बाद नक्सलियों के गढ़ उत्तर बस्तर संभाग में माओवादियों में भय का माहौल है। शीर्ष नक्सली नेतृत्व इस इलाके को अपना सुरक्षित ठिकाना मानता था।