ग्रेटर नोएडा (नेहा):ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित सुपरटेक इकोविलेज-टू सोसायटी में दूषित पानी से कई लोगों के बीमार होने की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कैंप लगाकर जांच की। कैंप में 339 लोगों की जांच हुई। जिसमें नौ लोग बुखार से पीड़ित और 330 लोग पेट दर्द, उल्टी और दस्त बीमार मिले। छह लोगाें का अस्पताल में उपचार चल रहा है। सोसायटी के बेसमेंट में जमा पानी में लार्वा पनपते मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बिल्डर प्रबंधन पर 10 हजार रुपये का जुर्माना किया है। सोसायटी में आपूर्ति किए जा रहे पानी का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा है।
सोमवार की देर शाम सोसायटी के चार टावरों में एक-एक कर 50 से अधिक लोग बीमार होने की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग तुरंत हरकत में आया और क्लब हाउस में जाकर स्वास्थ्य कैंप लगाया। निजी अस्पतालों ने भी सोसायटी में कैंप लगाकर लोगों की जांच की। बता दें कि शनिवार को सुपरटेक इकोविलेज-टू सोसायटी में टैंकों की सफाई हुई। सोमवार की देर शाम सोसायटी में एक-एक कर 50 से अधिक लोग बीमार हो गए। बीमारों में अधिकांश बच्चे थे। स्वास्थ्य विभाग की टीम देर रात सोसायटी में पहुंची। बीमारों का लक्षण के आधार पर उपचार किया गया।
मंगलवार को सोसायटी में कैंप लगाया गया। जांच के दौरान 339 लोग बीमार मिले। कैंप के दौरान ही मलेरिया विभाग की टीम जांच के लिए पहुंची। मलेरिया विभाग की टीम को बेसमेंट में पानी जमा मिला जिसमें लार्वा पनपता मिला। मलेरिया विभाग ने प्रबंधन पर 10 हजार रुपये का जुर्माना किया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोसायटी के फ्लैटों में आपूर्ति किए जा रहे पानी का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा है। छह लोग अस्पताल में उपचाराधीन हैं। सभी की स्थिति सामान्य है। सोसायटी में प्राधिकरण की ओर से आपूर्ति किए जा रहे पानी की जांच के लिए प्राधिकरण की टीम भी पहुंची। पानी की गुणवत्ता की जांच की गई। प्राधिकरण की ओर से आपूर्ति किए जा रहे पानी में किसी तरह की खराबी नहीं मिली। प्रबंधन की ओर से टैंकों से आपूर्ति किए जा रहे पानी के नमूने भी जांच को लिए गए हैं।