नई दिल्ली (उपासना)- उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में मतदान के दौरान विविध घटनाओं ने तनाव का माहौल बनाया है। लखीमपुर खीरी में, एक भाजपा कार्यकर्ता की पुलिस से झड़प हुई, जिससे मतदान स्थल पर अशांति फैल गई। पुलिस के मुताबिक, कार्यकर्ता जबरन पोलिंग एजेंट बनने की कोशिश कर रहा था और मना करने पर उसने झगड़ा शुरू कर दिया, जिससे सुरक्षा कर्मियों को हस्तक्षेप करना पड़ा।
बहराइच जिले के मटेरा से सपा विधायक मारिया शाह ई-रिक्शा के माध्यम से पोलिंग बूथ पर पहुंचीं, जिसे सादगी की मिसाल के रूप में देखा जा सकता है। उन्नाव जिले के नवाबगंज क्षेत्र में, सेमरा गांव के निवासियों ने मतदान का बहिष्कार किया, जिससे चुनावी प्रक्रिया पर प्रश्नचिह्न लग गया। गांववालों का कहना है कि रेलवे द्वारा बाउंड्री बनाए जाने से उनकी जीवनयापन की समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं।
कानपुर में, 29 ईवीएम मशीनों में तकनीकी खराबी की सूचना मिली, जिसने मतदान प्रक्रिया को प्रभावित किया। इससे चुनावी स्टाफ और मतदाताओं में निराशा की लहर दौड़ गई, और विलंब से मतदान शुरू हो पाया।
उत्तर प्रदेश के संभल, हाथरस, आगरा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, बरेली और आंवला जैसे शहरों में भी मतदान जारी है, जहाँ एक केंद्रीय मंत्री, एक पूर्व मुख्यमंत्री सहित कई प्रमुख नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है। चौथे चरण में ये हाई-प्रोफाइल सीटें चुनावी उत्कंठा का केंद्र बिन्दु बनी हुई हैं, जिसमें लखीमपुर खीरी, कन्नौज, इटावा और उन्नाव शामिल हैं।