मिलानो (नीरू): नकली समाचार और गलत सूचनाओं का प्रसार आज के युग में बहुत बड़ा है, लेकिन इस समस्या से लड़ने में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) एक महत्वपूर्ण हथियार साबित हो सकती है। जहां नकली समाचार पहले भी थे, वहीं आज इनका प्रसार अभूतपूर्व है। यह न केवल बनावटी समाचारों का निर्माण करता है, बल्कि अक्सर वास्तविक सामग्री का गलत संदर्भ में उपयोग या संपादित सामग्री भी शामिल होती है।
AI का प्रसार खबरों की सत्यता की पुष्टि के कार्य को जटिल बना देता है और इससे पत्रकारों में विश्वास की कमी भी होती है। AI की यह क्षमता कि वह न केवल नकली समाचार फैला सकता है बल्कि उसे रोकने में भी मदद कर सकता है, इसका अध्ययन और विकास अत्यंत आवश्यक है। AI टेक्नोलॉजी का उपयोग करके, समाचार संगठन अब प्रामाणिकता की जांच में उन्नत उपकरणों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें छवियों और वीडियो सामग्री की पहचान, स्रोत की सत्यता की जांच, और संदेहास्पद सामग्री की गहराई से पड़ताल शामिल है।
इस प्रकार, AI सकारात्मक रूप में जनसंचार के क्षेत्र में क्रांति ला सकता है, जिससे न केवल नकली समाचारों का पता लगाया जा सकता है बल्कि उन्हें रोका भी जा सकता है। इसके लिए AI आधारित टूल्स का विकास और उनका सही उपयोग महत्वपूर्ण है। ऐसे में AI का सकारात्मक उपयोग समाज के लिए एक आशा की किरण साबित हो सकता है। इसके द्वारा नकली समाचारों की पहचान करने में मदद मिल सकती है और जनता का विश्वास पुनः स्थापित किया जा सकता है।