ओटावा (हरमीत): कनाडा ने खालिस्तान समर्थकों को कुछ भी करने की छूट दी हुई है। यही कारण है कि गुरुवार को ऑपरेशन ब्लू स्टार के 40 साल होने पर खालिस्तान समर्थकों ने भारत की दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या का महिमामंडन किया। खालिस्तान समर्थकों ने इंदिरा गांधी की हत्या से जुड़ी झांकी निकाली, जिसे लेकर अब ट्रूडो सरकार घिर गई है। कनाडा के कई सांसदों ने इसे लेकर एक्शन की मांग की है।
कनाडा के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री डोमिनिक लेब्लांक ने कहा, ‘वैंकूवर में भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या को दिखाने वाली तस्वीरों की खबरें आई हैं। कनाडा में हिंसा को बढ़ावा देना कभी भी स्वीकार्य नहीं है।’ वहीं हिंदू कनाडाई सांसद चंद्र आर्य ने इस घटना की निंदा की। उन्होंने कहा, ‘वैंकूवर में खालिस्तान समर्थक पोस्टरों के साथ हिंदू, भारतीय पीएम इंदिरा गांधी के शरीर पर गोलियों के छेद के साथ उनके अंगरक्षक हत्यारे बने हुए हैं, जो अपनी बंदूक पकड़े हुए हैं। फिर से हिंदू -कनाडाई लोगों में हिंसा का डर पैदा करने की कोशिश हो रही है।’
आर्य ने कहा कि यह ताजा घटना हिंदू कनाडाई लोगों को धमकियों की अगली कड़ी है। कुछ साल पहले ब्रैंपटन में भी ऐसी ही धमकी दी गई थीं। आतंकी पन्नू ने हिंदुओं को वापस भारत जाने की धमकी दी थी।