नई दिल्ली (राघव): मोदी 3.0 सरकार में मंत्रियों के विभाग का बंटवारा हो गया। गठबंधन के प्रेशर के बावजूद सबसे ताकतवर 4 मंत्रालयों में कोई फेरबदल नहीं हुआ। गृह, वित्त, रक्षा और विदेश मंत्रालय के मुखिया वही हैं, जो मोदी 2.0 में थे। इनके अलावा सरकार में अहम माना जाने वाला कृषि मंत्रालय शिवराज सिंह चौहान को सौंपा गया है।
वहीँ अगर प्रधानमंत्री किसी भी वजह से अपने ऑफिस में मौजूद नहीं हैं तो गृह मंत्री अमित शाह के पास उनकी सारी शक्तियां होगी, माने अगर प्रधानमंत्री मोदी विदेश चले जाएं तो गृह मंत्री न सिर्फ कैबिनेट की मीटिंग बुला सकते हैं, बल्कि वह सारे निर्णय ले सकते हैं जो बतौर प्रधानमंत्री मोदी ले सकते थे। जब देश के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति नियुक्त किए जाते हैं तो इसकी अधिसूचना भी जारी करने का काम गृह मंत्रालय करता है। इसके लिए अलग से गृह विभाग बनाया गया है। इनके अलावा प्रधानमंत्री, कैबिनेट मंत्री और राज्यों के राज्यपालों की नियुक्ति और इस्तीफे की अधिसूचना भी गृह विभाग जारी करता है।
बतातें चले किसी भी देश की तीन तरह की सीमाएं होती हैं। जमीनी, समुद्री और आसमानी। इनमें से जमीनी और तटीय सीमाओं की सुरक्षा गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी है। सीमा पर बाड़ेबंदी करनी हो या सड़क अथवा हवाई जहाजों के लिए रनवे बनाना हो, सारा काम गृह मंत्रालय का बॉर्डर मैनेजमेंट डिपार्टमेंट करता है। सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्सेज के तहत असम राइफल्स, BSF, CISF, CRPF, ITBP, NSG और SSB आते हैं। इन सबकी सैलरी और तैनाती से लेकर पूरा मैनेजमेंट गृह मंत्रालय देखता है। इसके लिए गृह मंत्रालय द्वारा इंटर्नल सिक्योरिटी डिपार्टमेंट बनाया गया है।