नई दिल्ली (राघव): अजीत डोभाल पर भरोसा जताते हुए पीएम मोदी ने उन्हें तीसरी बार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया है, वहीं डॉ. पीके मिश्रा को भी दोबारा प्रधानमंत्री का प्रधान सचिव नियुक्त किया गया है। केंद्र सरकार के इस फैसले के साथ ही दोनों प्रधानमंत्री के लिए सबसे लंबे समय तक प्रिंसिपल एडवाइजर पद पर सेवा देने वाले सेवानिवृत्त ब्यूरोक्रेट बन गए हैं। पीके मिश्रा जहां प्रशासनिक मामले और प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में नियुक्तियों का काम देखेंगे। वहीं अजीत डोभाल राष्ट्रीय सुरक्षा, सैन्य मामले और इंटेलिजेंस की जिम्मेदारी संभालेंगे। इसके अलावा अमित खरे और तरुण कपूर को पीएमओ में सलाहकार नियुक्त किया गया है।
पीएम मोदी की आंख और कान कहे जाने वाले अजीत डोभाल 1968 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. आईबी प्रमुख रहे डोभाल 31 मई 2014 को प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बने थे। इसके साथ ही वह एक प्रख्यात काउंटर टेरेरिज्म एक्सपर्ट हैं व उन्हें परमाणु मुद्दों का भी विशेषज्ञ माना जाता है।
वहीं, पीके मिश्रा 1972 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वह पिछले 1 दशक से प्रधानमंत्री मोदी के साथ प्रधान सचिव के तौर पर काम कर रहे हैं। इससे पहले वह भारत सरकार के कृषि सचिव के पद पर थे। इसी पद से वह सेवानिवृत्त हुए थे, जिसके बाद उन्हें पीएम मोदी ने अपना प्रधान सचिव नियुक्त किया था।