नालंदा (राघव): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 19 जून को बिहार में नालंदा यूनिवर्सिटी पहुंचे। यहां उन्होंने इस ऐतिहासिक नालंदा विश्वविद्यालय के नए कैंपस का उद्घाटन किया। पीएम मोदी प्राचीन नालंदा यूनिवर्सिटी के 1600 साल पुराने खंडहर भी गए। इस दौरान उनकी गाइड पटना सर्किल हेड गौतमी भट्टाचार्या बनीं। पीएम मोदी के साथ बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी मौजूद थे। दरअसल, प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय भारत के समृद्ध इतिहास का अमिट दस्तावेज रहा है, जो प्राचीन भारत के गौरवशाली अतीत को दर्शाता था।
यूनिवर्सिटी लॉन्च किए जाने से तीन साल पहले साल 2007 में यूनिवर्सिटी के गठन का मार्गदर्शन करने के लिए एक सलाहकार समूह बनाया गया था। अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता प्रो. अमर्त्य सेन इसके अध्यक्ष थे। बाद में सेन को विश्वविद्यालय का कुलपति यानी वाइस चांसलर नियुक्त किया गया। विश्वविद्यालय पुनर्जीवित करने के बाद अब तक पोस्ट ग्रेजुएट और डॉक्टरेट स्टूडेंट्स के लिए सात स्कूल डिपार्टमेंट बनाए गए हैं।
नालंदा विश्वविद्यालय के उद्घाटन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “यह हमारे शिक्षा क्षेत्र के लिए बहुत खास दिन है. नालंदा का हमारे गौरवशाली हिस्से से गहरा नाता है। यह विश्वविद्यालय निश्चित रूप से युवाओं की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने में एक लंबा रास्ता तय करेगा.” नालंदा यूनिवर्सिटी के नए कैंपस के उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने वहां पर एक पौधा भी लगाया. बता दें कि नालंदा यूनिवर्सिटी का इतिहास 1600 साल पुराना है।