नई दिल्ली (राघव): एक तरफ जहां आई.एन.डी.आई. गठबंधन जाति जनगणना पर जोर दे रही है। वहीं, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्राबाबू नायडू ने अलग प्रकार की जनगणना की वकालत कर दी है। टीडीपी चीफ ने स्किल सेंसस यानी कौशल जनगणना की शुरुआत करने का फैसला किया है। आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू सरकार स्किल सर्वे करने जा रही है। उन्होंने इस मुद्दे पर पीएम मोदी से सुझाव मांगा है। उन्होंने कहा है कि देश में लोगों के पास जो स्किल मौजूद है उसका डाटा इकट्ठा किया जाए। उन्होंने कहा कि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल का विस्तार देने से देशवासियों की जिंदगी बेहतर होगी।
चंद्रबाबू नायडू ने कहा है,”हमने केंद्र से कोई मंत्री पद नहीं मांगा, यहां तक कि वाजपेयी के समय में भी हमने मंत्रीपद नहीं मांगा था,जो भी पेशकश की गई, हमने स्वीकार कर लिया। उन्होंने आगे कहा,”वाजपेयी के दौर में लोकसभा अध्यक्ष का पद स्वीकार करने को याद करते हुए कहा कि उन्होंने केवल गठबंधन के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने के लिए ऐसा किया था। मोदी सरकार 3.0 में कौशल और रोजगार पर काफी जोर दिया जा रहा है। कुछ दिनों पहले पीएम मोदी से मुलाकात के बाद टीडीपी चीफ ने कहा था कि आंध्र प्रदेश का विकास उनकी प्राथमिकता है।