गुना (राघव): मध्य प्रदेश पुलिस के गुना जिले में पुलिस और जिला प्रशासन टीम पर पथराव के आरोप में 22 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। साथ ही कुछ अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि घटना मंगलवार को गुना के फतेहगढ़ पुलिस स्टेशन के तहत विष्णुपुरा इलाके में हुई। आरोपियों पर दंगे, सरकारी काम में बाधा डालने और वाहनों में तोड़फोड़ करने की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस महानिरीक्षक अरविंद सक्सेना ने बताया कि, ’22 जुलाई को गुना जिले में दो समूहों के बीच विवाद हुआ, जिसके बाद एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया और दूसरे पक्ष के लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।’ आईजी ने बताया कि मंगलवार को पहले पक्ष के समर्थन में कुछ लोग एकत्र हुए और मांग की कि जेल में बंद दूसरे आरोपी पक्ष ने अतिक्रमण किया है और इसे हटाया जाना चाहिए। चूंकि मांग तर्कसंगत थी, ऐसे में जांच की गई तो दो दुकानें मिलीं, जो अतिक्रमित क्षेत्र में बनी थीं। इसके बाद राजस्व और जिला प्रशासन की टीम ने पुलिसकर्मियों की मदद से कब्जा मुक्त कराया।
अधिकारी ने बताया कि बाद में गांव के कुछ लोग और कुछ असामाजिक तत्व इकट्ठा हो गए और कहा कि आरोपी पक्ष का जो मकान वैध है, उसे भी तोड़ दिया जाना चाहिए। जिस पर जिला प्रशासन के संबंधित अधिकारियों ने स्पष्ट रूप से ऐसा करने से इंकार करते हुए कहा कि यह घर वैध है। इसके बाद मौके पर मौजूद असामाजिक तत्वों ने पुलिस और जिला प्रशासन की टीम पर पथराव शुरू कर दिया। घटना में नगर पालिका की एक गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई। इसके अलावा कुछ पुलिसकर्मी घायल भी हो गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस ने घटना में 22 लोगों की पहचान की है और उन सभी और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ दंगा, सरकारी काम में बाधा डालने और वाहनों में तोड़फोड़ करने की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘इस मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। उन सभी असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिन्होंने बिना किसी कारण स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश की। आरोपियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।’