नई दिल्ली (राघव): अमेरिकी चिप निर्माता इंटेल (Intel) ने कई सालों तक मार्केट में एकछत्र राज किया। लेकिन, अब कंपनी शायद अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। एनवीडिया और क्वालकॉम जैसे प्रतिद्वंद्वी कंपनियों से उसे कड़ी चुनौती मिल रही है। कंपनी एआई प्रोसेसर के मामले में भी कोई बड़ी तरक्की नहीं कर पा रही। उसके दूसरी तिमाही के नतीजे भी बेहद निराशाजनक रहे। इन सबका असर इंटेल के शेयरों पर भी दिखा। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार में इंटेल के स्टॉक 26 फीसदी से ज्यादा लुढ़क गए। यह पिछले पांच दशक में इंटेल के शेयरों का सबसे खराब प्रदर्शन है। इससे पहले 1974 में इंटेल के स्टॉक ने एक दिन में 31 फीसदी का गोता लगाया था। उस वक्त कंपनी को शेयर मार्केट में लिस्ट हुए सिर्फ 3 ही साल हुए थे।
शुक्रवार को इंटेल के स्टॉक (Intel Share Price) 26.06 फीसदी टूटकर 21.48 डॉलर (1,799 रुपये) पर आ गई। यह पिछले एक दशक में कंपनी के शेयरों का सबसे निचला स्तर है। टूट गई और इसके शेयर 10 साल (2013 के बाद) के निचले स्तर पर पहुंच गए। इंटेल के शेयरों ने पिछले 6 महीने में करीब 50 फीसदी और पांच साल में 55 फीसदी का नेगेटिव रिटर्न दिया है। इससे निवेशकों को करोड़ों का नुकसान हुआ है। इंटेल को तीसरी तिमाही में 1.2 अरब डॉलर का घाटा हुआ है। कंपनी ने घाटा और कामकाजी खर्च करने के लिए करीब 18 हजार कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला किया है। उसने चौथी तिमाही के लिए निवेशकों को दिए जाने वाले डिविडेंड को भी निरस्त कर दिया। कंपनी अपने खर्चों में कुल 20 अरब डॉलर की कमी लाने की योजना बना रही है।