ढाका (राघव): बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन हिंदू विरोधी हो गए। प्रदर्शनकारी हिन्दुओं देवी-देवताओं की मूर्तियों को खंडित किया जा रहा है। बता दें देश के खुलना डिवीजन में स्थित मेहरपुर में एक इस्कॉन मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बलदेव और सुभद्रा देवी सहित देवताओं की मूर्तियों के साथ आग लगा दी गई है। मंदिर में रहने वाले कुछ भक्त अराजकता से बच निकलने में कामयाब रहे। बता दें सोमवार को देश में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए, जिसके परिणामस्वरूप प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देना पड़ा।
इस्कॉन इंडिया के संचार निदेशक और राष्ट्रीय प्रवक्ता युधिष्ठिर गोविंदा दास ने X पर कहा कि मुझे मिली जानकारी के अनुसार मेहरपुर (खुलना डिवीजन) में हमारे एक इस्कॉन केंद्र को भगवान जगन्नाथ, बलदेव और सुभद्रा देवी की मूर्तियों सहित जला दिया गया। केंद्र में रहने वाले 3 भक्त किसी तरह भागने में सफल रहे और बच गए। इस्कॉन केंद्र पर हमला हिंसा और अशांति के व्यापक पैटर्न का हिस्सा है, जिसने पिछले कुछ हफ्तों में बांग्लादेश को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। शेख हसीना के इस्तीफे और बांग्लादेश से अराजक प्रस्थान ने अटकलों को हवा दी है कि पूर्व पीएम खालिदा जिया के नेतृत्व वाली विपक्षी बांग्लादेश नेशनल पार्टी (BNP) सत्ता की कमान संभालेगी। इससे वहां हिंदू समुदाय पर हमलों के साथ-साथ पड़ोसी भारत के साथ संबंधों के बिगड़ने की आशंका बढ़ गई है।
रिपोर्टों के अनुसार, हिंसक प्रदर्शनकारियों ने काली मंदिर सहित हिंदू घरों और मंदिरों में तोड़फोड़ की और कथित तौर पर दो हिंदू पार्षदों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हसीना को लंबे समय से खालिदा जिया के नेतृत्व वाली बांग्लादेश नेशनल पार्टी (BNP) के बाद राजनीतिक स्थिरता लाने का श्रेय दिया जाता रहा है, जिसे देश में बढ़ती इस्लामी हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था।