जम्मू-कश्मीर(हरमीत) : महबूबा मुफ्ती ने शनिवार 24 अगस्त को बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन को पूरा समर्थन देने को तैयार हैं, लेकिन इसके लिए उन्होंने शर्त रखी है कि गठबंधन को पीडीपी के एजेंडे का पालन करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर ऐसा हुआ तो वह विधानसभा चुनाव में गठबंधन के लिए सभी सीटें छोड़ देंगे।महबूबा ने भाजपा के साथ गठबंधन की संभावना से भी इनकार किया, जिसके साथ पीडीपी पहले गठबंधन सरकार चला चुकी है। नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन का ऐलान किया है। 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए तीन चरणों में मतदान होगा और नतीजे 4 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि सीट बंटवारे की बात छोड़ दीजिए. अगर कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस हमारे एजेंडे को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं, तो हम उनसे सभी सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए कहेंगे और हम उन्हें पूरा समर्थन देंगे। जब उनसे पूछा गया कि क्या कांग्रेस ने गठबंधन के लिए पीडीपी से संपर्क किया है तो उन्होंने कहा कि उनके लिए कश्मीर मुद्दे का समाधान किसी भी अन्य चीज से ज्यादा महत्वपूर्ण है। पीडीपी का चुनावी घोषणापत्र जारी करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में महबूबा ने ये बातें कहीं।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उन्हें 3 या 4 सीटें मिलती हैं। जब पीडीपी का कांग्रेस या बीजेपी से गठबंधन था तो ये उनके एजेंडे में शामिल था. लेकिन कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने सिर्फ सीटों के बंटवारे के लिए गठबंधन किया है और हम ऐसे किसी गठबंधन पर चर्चा नहीं करेंगे। हमारा गठबंधन एजेंडे पर आधारित होना चाहिए और हमारा एजेंडा जम्मू-कश्मीर मुद्दे का समाधान ढूंढना है।’ नेशनल कॉन्फ्रेंस की तरह, पीडीपी ने भी जम्मू-कश्मीर के लोगों को 200 यूनिट मुफ्त बिजली, आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए 12 मुफ्त गैस सिलेंडर और सार्वजनिक वितरण प्रणाली में चीनी और केरोसिन की वापसी की घोषणा की है।
पीडीपी घोषणापत्र में महिला संपत्ति खरीदारों के लिए शून्य स्टांप शुल्क नीति को फिर से लागू करने और संपत्ति कर को खत्म करने का वादा किया गया है। पार्टी ने सभी परिवारों को रियायती दरों पर घर, लकड़ी उपलब्ध कराने और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के तहत मिलने वाली राशि को 1000 रुपये से बढ़ाकर 2000 रुपये करने का भी वादा किया है। इसके अलावा पीडीपी ने जम्मू-कश्मीर बैंक के ऋण ग्राहकों के लिए एकमुश्त निपटान योजना की समीक्षा करने का भी वादा किया है।