कोलकाता (राघव): पश्चिम बंगाल की सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों के संबंध में आज सुबह 15 स्थानों पर छापेमारी की। केंद्रीय एजेंसी ने शनिवार को एफआईआर दर्ज करके संदीप घोष के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच शुरू की। ऐसे में इस केस को लेकर रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे हैं।
आइए जानते हैं इस केस से जुड़ी 10 बड़ी बातें
1. केंद्रीय जांच ब्यूरो की एक टीम रविवार सुबह 6.45 बजे संदीप घोष के घर छापेमारी करने पहुंची।
2. सीबीआई ने कोलकाता के बेलेघाटा इलाके में बंगाल के फोरेंसिक विभाग में काम करने वाले देबाशीष सोम के घर की भी तलाशी ली।
3. सीबीआई की टीम ने हावड़ा जिले के हाटगाछा इलाके में अस्पताल के पूर्व सुपरिटेंडेंट संजय वशिष्ठ और दवा आपूर्तिकर्ता बिपाल सिंह के घरों की तलाशी ली।
4. इसके अलावा सीबीआई संदीप घोष पर आरोप लगाने वाले अख्तर अली का बयान दर्ज कर सकती है। अली ने ही पूर्व प्रिंसिपल के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। दरअसल, अख्तर अली ने यह मामला कोलकाता हाई कार्ट में उठाया था, जिसके बाद कोलकाता पुलिस की स्पेशल टीम ने उनका बयान दर्ज किया था।
5. बता दें कि अख्तर अली ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 16 साल तक नौकरी की है। उन्होंने असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट से नौकरी की शुरुआत की और ग्रेड 1 तक गए और डिप्टी सुपरिटेंडेंट बने।
6. अख्तर अली ने आरोप ने कहा है कि संदीप घोष के आने से पहले, आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पूर्वी भारत का नंबर वन कॉलेज था। यह 100 साल पुराना कॉलेज है। मैंने बहुत सारे घोटाले उजागर किए हैं। पहला घोटाला छात्रों को फेल करने का था। वे उनसे पैसे वसूलते थे, जो नहीं सुनते थे और कुछ छात्र यह पैसा वसूलते थे।
7. अख्तर अली ने आरोप में आगे कहा है कि जब भी संदीप घोष के ट्रांसफर की बात आती थी, तो वे जूनियर छात्रों को शराब पिलाते थे और उनसे विरोध-प्रदर्शन करवाते थे। अवैध गतिविधियों में शवों की तस्करी, बायोमेडिकल कचरा घोटाला शामिल है। घोष की शिकायतें उपर तक गईं, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
8. ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में सीबीआई रविवार को मुख्य आरोपी संजय रॉय का पॉलीग्राफ टेस्ट करेगी। इसके अलावा शनिवार को सीबीआई ने सात और लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट किया था।
9. पॉलीग्राफ टेस्ट से पहले आरोपी ने इस जघन्य हत्याकांड के अपने पुराने कबूलनामे से पलटते हुए दावा किया है कि उसे फंसाया जा रहा है और वह निर्दोष है।
10. जेल अधिकारियों के हवाले से एक रिपोर्ट में कहा गया है कि संजय रॉय ने जेल के गार्ड से कहा कि उसे दुष्कर्म और हत्या के बारे में कुछ भी नहीं पता। वहीं, कोलकाता पुलिस के मुताबिक, संजय रॉय ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के सेमिनार हॉल के अंदर ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या करने की बात कबूल की है।