अहमदाबाद (नेहा): गुजरात के दर्जनों जिलों में मंगलवार को मूसलाधार बारिश जारी रही, जिसकी वजह से निचले इलाके जलमग्न हैं। वर्षाजनित घटनाओं में राज्य में सात लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि जिलों में प्रशासन बड़े पैमाने पर राहत एवं बचाव अभियान चला रहा है। अबतक 15,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर और 300 से अधिक लोगों को बचाया गया है। गुजरात सरकार ने राहत एवं बचाव अभियान के लिए सेना की छह टुकड़ियां तैनात की हैं। देवभूमि द्वारका, आणंद, वडोदरा, खेड़ा, मोरबी और राजकोट जिलों में एक-एक – जबकि एनडीआरएफ की 14 प्लाटून और एसडीआरएफ की 22 टुकड़ियां आपदा प्रबंधन प्रयासों में अधिकारियों की सहायता कर रही हैं।
गांधीनगर, खेड़ा और वडोदरा जिलों में दीवार गिरने की घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि आणंद में एक शख्स की पेड़ गिरने से मौत हो गई और दो अन्य डूब गए। अधिकारियों ने बताया कि सबसे अधिक प्रभावित दो जिलों वडोदरा (8,361) और पंचमहल (4,000) में 12,000 से अधिक लोगों को स्थानांतरित किया गया है। अब तक 23,870 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और 1,696 लोगों को बचाया गया है।