बहराइच (राघव): सात दिन बाद शनिवार की रात हरदी थाना के दो अलग-अलग स्थानों पर भेड़िए ने हमला किया। उसके हमले में मासूम समेत दो लोग घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए सीएचसी में भर्ती कराया गया है। सूचना के बाद डीएफओ अजीत प्रताप सिंह बीडीओ हेमंत कुमार यादव ने मौके पर पहुंच जानकारी ली। भेड़िए के हमले के बाद एक बार फिर दहशत बढ़ गई है। भेड़िए के हमले में अब तक आठ मासूमों की मौत हो चुकी है जबकि 37 लोग घायल हुए हैं।
हरदी थाना के नकाही में सकटू का सात वर्षीय बेटा पारस मां के साथ आंगन में लेटा था। देर रात तकरीबन दो बजे भेड़िया दबे पांव पहुंचा और मासूम पर हमला कर दिया। चीखने पर मां के साथ परिजन ने किसी तरह मासूम को भेड़िए के चंगुल से बचाया। इसके बाद भोर तकरीबन साढ़े चार बजे भेड़िए ने दरहिया कुट्टी में धावा बोला। कमरे का दरवाजा खुला था। चारपाई पर बैठे कुन्नू लाल पर हमला बोल दिया। पीड़ित कुन्नू लाल का कहना है भेड़िए से उनका कुछ मिनट तक संघर्ष हुआ। इसके बाद भेड़िया वहां से भाग निकला। सूचना के बाद अफरा तफरी मच गई। इससे पहले 26 अगस्त को खैरी घाट के दीवान पुरवा निवासी सजन के पांच वर्षीय बेटे अयांश व 25 अगस्त की रात हरदी थाना के कुम्हारनपुरवा गांव में 45 वर्षीय रीता देवी को अपना शिकार बनाया। चार लोगों को घायल किया।
बीते एक सप्ताह में भेड़िए के हमले नहीं हुए। 27 अगस्त को कोलैला में एक भेड़िया पकड़ा भी गया था। इसके बाद ग्रामीणों को कुछ राहत मिली। हमलों को लेकर ग्रामीण एक बार फिर दहशत में आ गए हैं। डीएफओ बहराइच, अजीत प्रताप सिंह ने बताया- भेड़िए को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। लगातार अपील के बाद भी लोग मासूमों के साथ खुले आंगन में लेटने से परहेज नहीं कर रहे हैं। वन टीमें कांबिंग कर रही हैं। भेड़िए को पकड़ लिया जाएगा।