विजयवाड़ा (राघव): आंध्र प्रदेश में आफत की बारिश में अब तक 10 लोगों की जान जा चुकी है। राजस्थान के कई इलाकों में बरसात का दौर जारी है। आंध्र प्रदेश में विजयवाड़ा और गुंटूर बारिश से सबसे अधिक प्रभावित हैं। यहां आवासीय इलाकों में पानी भरने से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कृष्णा और गुंटूर जिलों में भारी बारिश से तालाब और झीलें उफान पर हैं। विजयवाड़ा, अमरावती, मंगलागिरी, गुंटूर और एलुरु में कई सड़कें पानी में डूब चुकी हैं। इससे वाहनों का आवागमन और सामान्य जनजीवन ठप हो गया।
विजयवाड़ा में पिछले दो दशकों में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई। यहां सड़कों पर 3 से 5 फीट तक पानी भर जाने की वजह से पूरा शहर थम गया है। आंध्र प्रदेश राज्य विकास योजना सोसाइटी के अनुसार गुंटूर जिले के मंगलगिरी में शनिवार को 278.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। आंध्र प्रदेश में कई आवासीय कॉलोनियां जलमग्न हैं। लोगों का कहना है कि बिना सोए रात गुजारनी पड़ी। लोगों ने शिकायत की कि प्रशासन ने कोई मदद नहीं मिली है। भोजन और पानी का संकट खड़ा हो गया है। बता दें कि बंगाल की खाड़ी में दबाव के प्रभाव के कारण आंध्र प्रदेश में भारी बारिश हुई है। हालांकि यह दबाव रविवार की सुबह कलिंगपट्टनम के तट को पार कर गया है।
दूसरी तरफ पूर्वी राजस्थान में बारिश का दौर जारी है। रविवार सुबह 8:30 बजे तक पिछले 24 घंटों में पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर, पाली और सिरोही जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई। पाली जिले के सुमेर में सबसे अधिक 78 मिमी बारिश हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने कहा कि राज्य में सबसे अधिक तापमान धौलपुर और बीकानेर में 37.2 डिग्री और सबसे न्यूनतम तापमान धौलपुर में 28.2 डिग्री दर्ज किया गया है। 1 जून से मानसून की शुरुआत के बाद से राजस्थान के सभी जिलों में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है। इस दौरान औसत 376 मिमी बारिश के मुकाबले 561.4 मिमी बारिश हुई है।