नई दिल्ली (नेहा):हिमाचल प्रदेश, असम और गुजरात के बाद बाढ़ व बारिश ने आंध्र प्रदेश के साथ-साथ तेलंगाना में तबाही मचा दी है। दोनों राज्यों में वर्षाजन्य हादसों में कम से कम 22 लोगों की जान जा चुकी है। कई शहरों में सड़कें और आवासीय कॉलोनियां जलमग्न हैं। कारें पानी में तैर रही हैं। ट्रेन की पटरियां हवा में लटक रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की और हालात की जानकारी ली। केंद्र ने हर संभव मदद का भरोसा भी दिया है। तेलंगाना में पिछले दो दिनों से भारी बारिश हो रही है। भारी बारिश की वजह से खम्मम जिले में स्थित पलेयर जलाशय ओवरफ्लो हो गया है। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने एकीकृत कमान नियंत्रण केंद्र का दौरा किया और बाढ़ राहत कार्यों की स्थिति और भारी बारिश से हुए नुकसान पर समीक्षा बैठक की। भारी बारिश की चेतावनी के बाद हैदराबाद में सभी स्कूलों को बंद रखा गया है।
तेलंगाना में भारी बारिश के कारण केसमुद्रम और महबूबाबाद के बीच रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचा है। पटरी के नीचे की मिट्टी पानी में बह गई है। इस वजह से पटरी हवा में लटक गई है। रेलवे ने 86 ट्रेनें रद्द कर दी हैं और 70 अन्य ट्रेनों का मार्ग बदला है। रद की गई ट्रेनों में सुपरफास्ट और एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल हैं। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी से फोन पर बातचीत की। पीएम ने भारी बारिश से प्रभावित इलाकों में बाढ़ की स्थिति और इससे हुए नुकसान की जानकारी ली। पीएम मोदी ने आश्वासन दिया कि प्रतिकूल मौसम की स्थिति में आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने के लिए हेलीकॉप्टर तैनात किए जाएंगे।
आंध्र प्रदेश में विजयवाड़ा और अमरावती बाढ़ से सबसे प्रभावित हैं। यहां लोगों के घरों तक पानी घुस गया है। आंध्र प्रदेश में विजयवाड़ा और विशाखापत्तनम, गुंटूर और विशाखापत्तनम, रायगढ़ा और गुंटूर व विजयवाड़ा और राजमुंदरी के बीच ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। विजयवाड़ा से गुंटूर, बिट्रगुंटा, तेनाली, गुडुरु, काकीनाडापा पोर्ट, मछलीपट्टनम, ओंगोल और नरसापुर सहित विभिन्न गंतव्यों के लिए ट्रेनें भी रद्द कर दी गईं।