पेरिस (हरमीत) : तीरंदाज हरविंदर सिंह ने बुधवार को पेरिस पैरालंपिक 2024 में देश का नाम रोशन किया है। दरअसल, हरविंदर सिंह ने पुरुषों के व्यक्तिगत रिकर्व फाइनल में स्वर्ण पदक जीता। हरविंदर ने एकतरफा फाइनल में पोलिश तीरंदाज लुकाज़ सिज़ेक को 28-24, 28-27, 29-25 से हराकर इतिहास रच दिया। वह पैरालिंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय तीरंदाज बने। पेरिस में भारत की पदक संख्या बढ़कर 22 हो गई है। भारत के खाते में फिलहाल चार स्वर्ण, 8 रजत और 10 कांस्य पदक हैं।
रिकर्व ओपन वर्ग में, तीरंदाजों ने पहले सेट में 70 मीटर से 9 अंकों के साथ शुरुआत की, जबकि लुकास ने भी 9 अंक बनाए। हरविंदर का अगला लक्ष्य 10 अंक था, जबकि पोलिश तीरंदाज केवल 7 अंक ही हासिल कर सके। इसके बाद भारतीय तीरंदाज ने 9 अंकों के साथ पहला सेट 28-24 से जीत लिया। दूसरे सेट में सिज़ेक ने तीनों निशाने पर 9 अंक बनाए जबकि हरविंदर ने आखिरी प्रयास में दो 9 और फिर 10 अंक बनाए और सेट 28-27 से जीत लिया।
तीसरे सेट में भी हरविंदर हावी रहे। उन्होंने 10 अंकों के साथ शुरुआत की और फिर सिज़ेक के 7 अंकों की तुलना में अगला लक्ष्य 10 अंकों पर निर्धारित किया। भारतीय तीरंदाज ने आखिरी प्रयास में 9 अंकों के साथ यह सेट 29-25 से जीतकर स्वर्ण पदक हासिल किया।
हरविंदर ने सेमीफाइनल में ईरान के मोहम्मद रजा अरब अमेरी को 7-3 से हराया और फाइनल में प्रवेश किया। वह फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय तीरंदाज थे। हरविंदर ने टोक्यो पैरालिंपिक में यह खिताब जीता था। वह भारत के एकमात्र पैरालंपिक पदक विजेता तीरंदाज हैं।
पेरिस पैरालंपिक में भारत अब तक 22 मेडल जीत चुका है। इनमें 4 स्वर्ण, 8 रजत और 10 कांस्य पदक शामिल हैं। यह पैरालंपिक में भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।