बर्लिन (राघव): अमेरिका ने यूक्रेन की लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियारों की मांग खारिज कर दी है। अमेरिका के रक्षा मंत्री लायड ऑस्टिन ने कहा कि लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियार यूक्रेन युद्ध का रुख बदलने में सफल नहीं होंगे, इसलिए उन्हें यूक्रेन को देने से कोई लाभ नहीं होने वाला है। ऑस्टिन ने यह बात रूस पर हमले के लिए लंबी दूरी के हथियारों की यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की मांग के जवाब में कही है। इस बीच अमेरिका ने यूक्रेन को 25 करोड़ डॉलर के नए हथियार देने की घोषणा की है।
इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति ने सहयोगी देशों से रूस की रेड लाइन की चेतावनी की अनदेखी करने की अपील करते हुए यूक्रेनी सेना को हमले के लिए लंबी दूरी तक मार वाले हथियार देने की मांग की थी। इन हथियारों से यूक्रेनी सेना रूस के अंदरूनी इलाकों में हमले करेगी। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा, इससे रूस पर युद्ध को खत्म करने के लिए दबाव बनेगा। जर्मनी के रैम्सटीन एयरबेस में अमेरिका की मेजबानी में यूक्रेन के सहयोगी देशों की बैठक में जेलेंस्की ने लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियारों की मांग दोहराई। जेलेंस्की ने यह मांग तब दोहराई जब उनकी सेना ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र की करीब 1,300 वर्ग किलोमीटर भूमि पर कब्जा कर लिया है। लेकिन रूस भी पूर्वी यूक्रेन में लगातार आगे बढ़ रहा है। इस समय रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पोक्रोव्स्क के नजदीक भीषण लड़ाई चल रही है।
रूस के साथ ढाई वर्ष से जारी युद्ध में अमेरिका सहित पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को हथियार और आर्थिक सहयोग देकर मुकाबले में बनाए रखा है। लेकिन यूक्रेन को लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियार नहीं दिए और जो हथियार दिए उन्हें रूसी भूमि पर हमले के लिए इस्तेमाल न करने की शर्त भी रखी। अमेरिका को लगता है कि यूक्रेन का रूस पर हमला तीसरे विश्वयुद्ध का कारण बन सकता है जिसमें अमेरिका और यूरोप को भारी नुकसान हो सकता है। लेकिन रैम्सटीन में अमेरिकी रक्षा मंत्री लायड आस्टिन ने कहा, कुर्स्क पर कब्जे के बाद रूसी सेना को अब अपनी जमीन बचाने की भी चिंता करनी पड़ रही है।