पटना (हरमीत) : बिहार की राजधानी पटना से बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, सोमवार की सुबह पटना सिटी के चौक थाना क्षेत्र के रामदेव महतो सामुदायिक भवन के पास बीजेपी कार्यकर्ता सह पुजारी श्याम सुंदर शर्मा उर्फ मुन्ना शर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जानकारी के मुताबिक हत्या की इस वारदात को अज्ञात अपराधी ने अंजाम दिया है। बताया जा रहा है कि मुन्ना शर्मा को उनके घर से कुछ ही दूरी पर गोली मारी गई, जिसके बाद एनएमसीएच में इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
हत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। आज तड़के हुई इस हत्या की घटना से इलाके में दहशत का माहौल है। इस घटना से स्थानीय लोग काफी डरे हुए हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक इन दिनों पटना शहर में अपराध बढ़ गया है। ऐसे लोगों ने पुलिस से मांग की है कि इलाके में पुलिस गश्त बढ़ाई जाये।
जानकारी के मुताबिक, पटना सिटी के चौक थाना क्षेत्र के नई सड़क रामदेव महतो समुदाय के भवन के पास है, जहां चेन छिनतई का विरोध करने पर हथियारबंद अपराधियों ने बीजेपी नेता कॉमरेड पुजारी श्याम सुंदर शर्मा उर्फ मुन्ना शर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी। आनन-फानन में गंभीर रूप से घायल भाजपा नेता काम पुजारी को इलाज के लिए एनएमसीएच में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. घटना की पूरी तस्वीर सड़क पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। इन तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि कैसे एक बाइक पर सवार तीन हथियारबंद अपराधियों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया।
बताया जाता है कि चौकी थाना क्षेत्र के नवी रोड निवासी श्याम सुंदर शर्मा सुबह अपने भाई को स्टेशन छोड़ने के लिए ऑटो लेकर निकले। श्यामसुंदर शर्मा ऑटो के इंतजार में सड़क किनारे बैठे थे। इसी बीच बाइक सवार तीन अपराधी वहां पहुंचे और जब उन्होंने विरोध किया तो हथियारबंद अपराधियों ने उन पर गोली चला दी, जिससे उनकी मौत हो गई।
घटना के संबंध में पूछे जाने पर मृतक श्यामसुंदर शर्मा के बेटे रवि शर्मा और राहुल शर्मा ने बताया कि गोली की आवाज सुनकर जब वे घर से बाहर निकले तो अपने पिता को खून से लथपथ देखा। मृतक के बेटों ने पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि लूटपाट के विरोध में आरोपियों ने उनकी हत्या कर दी। मृतक के बेटों ने बताया कि उनके पिता की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी और वह पूजा-पाठ कराते थे।