नई दिल्ली (किरण): कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की कोशिश के बीच एक बड़ा खुलासा हुआ है। पिछले एक हफ्ते में तीन बार ट्रेनों को पलटाने की कोशिश की गई। कानपुर मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और उत्तर प्रदेश की आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) कर रही है। टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। यहां पटरी पर सिलिंडर रखकर ट्रेन को पलटाने की कोशिश की गई थी। पिछले एक हफ्ते में तीन बार ट्रेन को पटरियों से उतारने की कोशिश की गई। वहीं दो बार पथराव की घटना भी सामने आ चुकी है। इससे यह आशंका जताई जा रही है कि रेल सेवा के खिलाफ क्या कोई बड़ी साजिश रची जा रही है। इन घटनाओं के सामने आने के बाद रेलवे की चिंता बढ़नी लाजिमी है। असामाजिक तत्व खासकर वंदे भारत ट्रेन पर पथराव कर रहे हैं। रेलवे ने संवेदनशील स्थानों पर निगरानी बढ़ा दी है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक जून 2023 से अब तक पटरियों के साथ छेड़छाड़ के 17 मामले सामने आ चुके हैं। आरपीएफ मामला दर्जकर जांच में जुटी है। रेलवे कर्मचारियों और लोकोमोटिव पायलटों को पटरियों पर पत्थर, लोहे के टुकड़े, लकड़ी के टुकड़े, गैस सिलिंडर मिल चुके हैं। यहां तक कि कई जगह सिग्नल से भी छेड़छाड़ की गई। पिछले हफ्ते सोलापुर, जबलपुर समेत कई जगह ट्रेन को पलटाने की कोशिश की गई।
पाकिस्तान के आतंकी फरहतुल्लाह घोरी ने हाल ही में एक वीडिया जारी किया था। इसमें उसने अपने फॉलोअर्स से बड़े स्तर पर ट्रेन को पटरी से उतारने की खातिर उकसाया था। कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस की पटरी पर सिलिंडर के अलावा पेट्रोल और माचिस का मिलना गहरी साजिश की ओर इशारा है।
उधर, बिल्हौर के पास कानपुर-कासगंज रेलवे ट्रैक पर एलपीजी सिलेंडर रखने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जांच के मुताबिक रेलवे ट्रैक को उड़ाने और ट्रेन को फूंकने की साजिश रची गई थी। हो सकता है कि इससे पीछे आतंकी षड्यंत्र है। एटीएस और आइबी के साथ-साथ एनआईए भी जांच में जुटी है। अब तक कुल 14 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
कानपुर के नजदीक पिछले 23 दिनों में तीन बार ट्रेन को पलटाने की कोशिश की गई। 24 अगस्त को फर्रुखाबाद में ट्रैक पर लकड़ी का टुकड़ा रखा गया था। इससे ट्रेन का इंजन टकरा गया था। इससे पहले 16 अगस्त को झांसी रेलमार्ग पर साबरमती एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी। इसमें ट्रेन के इंजन से पटरी का टुकड़ा टकरा गया था। इसके बाद अब नौ सितंबर को बिल्हौर के पास कालिंदी एक्सप्रेस को डिरेल करने की साजिश रची गई थी।