असम (नेहा):असम के कामरूप जिले के सोनापुर इलाके के कोसुटोली इलाके में बेदखली अभियान के दौरान पुलिस और निवासियों के बीच हिंसक झड़पें हुई हैं। इन झड़पों में कम से कम 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि 22 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस और निवासियों की झड़प उस समय हुई, जब पुलिस ने 100 बीघा जमीन पर अवैध कॉलोनियों को हटाने का प्रयास किया, जिसमें लगभग 150 लोग रहते थे। इस दौरान झड़प शुरू हो गई और एक महिला कांस्टेबल और राजस्व सर्कल अधिकारी नितुल खाटोनियार सहित कम से कम 22 पुलिसकर्मी घायल हो गए। वहीं, 2 निवासियों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। घायलों में एक शाहजहां अली को पैर में गोली लगी। उन्हें तत्काल उपचार के लिए गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले जाया गया।
सूत्रों ने कहा कि अतिक्रमणकारियों ने कथित तौर पर चौथे दिन गुरुवार को पुलिस और अधिकारियों पर पथराव किया, कई पुलिस वाहनों को क्षतिग्रस्त और तोड़फोड़ किया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उन पर लाठी-डंडों और अन्य खतरनाक वस्तुओं से भी हमला किया गया। उन्होंने बताया कि अर्धसैनिक बलों और पुलिस बलों ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए गोलीबारी की। सूत्रों ने बताया कि बेदखली अभियान के पहले तीन दिनों के दौरान सुरक्षा की मौजूदगी न के बराबर थी। इस बीच, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने बेदखली अभियान के दौरान तनाव बढ़ाया, जो तब तक शांतिपूर्ण था जब तक कि कांग्रेस के नेता वहां नहीं गए और बेदखली अभियान में हस्तक्षेप नहीं किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय लोगों ने पुलिस कर्मियों पर लाठियों और बांस की छड़ियों से हमला किया। झड़पों में दुर्भाग्य से दो लोग मारे गए जबकि एक राजस्व सर्कल अधिकारी सहित 22 पुलिसकर्मी घायल हो गए। बता दें इससे पहले सितंबर 2021 में असम के गोरुखुटी गांव में बेदखली अभियान ऐसी झड़प हुई थी। इस अभियान के दौरान अतिक्रमणकारियों और पुलिस के बीच झड़प में 2 लोगों की मौत हो गई और 15 पुलिसकर्मी घायल हो गए।