बिजनौर (नेहा):जिले में तेंदुओं का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा। पिछले 19 माह में तेंदुए 25 लोगों को मौत के घाट उतार चुके हैं। आए दिन लोगों को घायल भी कर रहे हैं। शुक्रवार को तो एक तेंदुआ स्कूल में घुस गया। गनीमत रही कि बच्चों की छुट्टी थी। स्टाफ ने जैसे ही उसे देखा तो होश उड़ गए। पूरे स्टाफ ने आनन-फानन में एक क्लास रूम में घुसकर जान बचाई। शिक्षकों की सूचना पर गांव वालों ने शोर मचाया तो तेंदुआ स्कूल से निकलकर खेतों की ओर भाग गया। स्कूल स्टाफ ने वन विभाग के अधिकारियों को सूचित कर दिया है।
बरसात की वजह से कक्षा आठ तक के विद्यार्थियों का अवकाश घोषित किया गया था। ईशापुर में बना परिषदीय विद्यालय गांव के बाहर की ओर है। स्कूल के चारों ओर गन्ने के खेत हैं। मुख्य अध्यापक सीमा राजपूत, सहायक अध्यापक प्रीति व रूपाली खेत की ओर बने एक क्लास रूम में बैठे थे।इस दौरान उन्होंने तेंदुए के गुर्राने की आवाज सुनी। बाहर निकलकर देखा तो परिसर में तेंदुआ खड़ा था। यह देख सभी के होश उड़ गए। आनन-फानन सभी क्लास रूम में पहुंचे और अंदर से दरवाजा खिड़की बंद कर ली। एक शिक्षक ने मोबाइल से कुछ ग्रामीणों को गुलदार की सूचना दी। ग्रामीण शोर मचाते हुए स्कूल पहुंचे तो उनके सामने ही तेंदुआ खेतों की ओर चला गया।
ग्राम प्रधान सुधीर कुमार ने यहां पिंजरा लगवाने की मांग की है। डीएफओ ज्ञान सिंह ने बताया कि स्टाफ व ग्रामीणों ने स्कूल में गुलदार घुसने के बारे में कोई सूचना नहीं दी है। गांव-गांव विभाग के अधिकारियों के नंबर दिए गए हैं। 24 घंटे संचालित होने वाले कंट्रोल रूम के नंबर 01342-262259 पर किसी भी समय सूचना दी जा सकती है। गांव में पिंजरा लगवाया जाएगा। बीएसए योगेंद्र कुमार का कहना है कि स्कूल में गुलदार दिखने के बारे में किसी ने शिकायत नहीं की है। शिक्षकों को पहले ही गुलदार के खतरे को देखते हुए अपनी मर्जी से गांव के किसी सुरक्षित भवन में स्कूल संचालित करने को कहा जा चुका है।