नई दिल्ली (किरण): पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के जारी विरोध प्रदर्शन के बीच कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में एक रेजिडेंट डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या मामले में सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को सुनवाई करेगा।
यह सुनवाई इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें 10 सितंबर को शाम 5 बजे तक काम पर लौटने का निर्देश दिया था, ताकि राज्य सरकार द्वारा दंडात्मक कार्रवाई से बचा जा सके। सुनवाई के दौरान सरकार ने दावा किया था कि काम से अनुपस्थित रहने के कारण 9 सितंबर तक 23 मरीजों की मौत हो गई।
इस बीच पश्चिम बंगाल सरकार ने सोमवार को गतिरोध को समाप्त करने के लिए प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों को पांचवीं और अंतिम बार बातचीत के लिए आमंत्रित किया। वहीं इससे पहले प्रस्तावित बैठक की लाइव-स्ट्रीमिंग पर असहमति के कारण सरकार और उनके बीच बातचीत विफल हो गई थी।
14 सितंबर को सीएम ममता बनर्जी ने प्रदर्शन स्थल का दौरा किया था। सीएम ममता ने आंदोलनकारी डॉक्टरों से शांति बनाए रखने की अपील की और उन्हें बातचीत के लिए आमंत्रित किया। हालांकि, उन्होंने डॉक्टरों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगें पूरी की जाएंगी, लेकिन बातचीत अभी तक नहीं हो पाई है।
शनिवार को प्रस्तावित बैठक इसलिए विफल हो गई, क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि उन्हें मुख्यमंत्री आवास के गेट पर तीन घंटे तक इंतजार करने के बाद अनैतिक रूप से जाने के लिए कहा गया। सरकार द्वारा लाइव टेलीकास्ट की उनकी मांग को खारिज किए जाने के कारण डॉक्टरों ने सीएम ममता बनर्जी के आवास में प्रवेश करने से इनकार कर दिया था।