मुंबई (राघव): महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल तेज हैं,नेताओं के दल बदलने के बीच कयासों के दौर जारी हैं। इस बीच सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या NCP के मुख्य और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार अपने चाचा शरद पवार से हाथ मिलाएंगे कि नहीं। इसको लेकर शरद पवार का बयान सामने आया है, उन्होंने कहा, वह और भतीजे अजित पवार एक परिवार के रूप में एक साथ हैं, लेकिन यह स्पष्ट कर दिया कि अजित एक अलग राजनीतिक दल का नेतृत्व कर रहे हैं।
शरद पवार ने तटीय कोंकण क्षेत्र के चिपलून में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ये बात कही। उन्होंने कहा, “घरत तारि एकत्रच आहेत (कम से कम हम घर पर एक साथ हैं)। वहीं अजित पवार की उनकी पत्नी सुनेत्रा पवार को लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर भी शरद पवार से सवाल किए गए, इसके जवाब में शरद पवार ने कहा, वह एक अलग पार्टी में हैं। हमें किसी अन्य पार्टी द्वारा लिए गए निर्णयों पर टिप्पणी क्यों करनी चाहिए?
वहीं सम्मेलन में पूछे जाने पर कि क्या राकांपा, कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन ने अपना प्रमुख मंत्री पद का चेहरा तय कर लिया है, पवार ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि इस समय यह कोई जरूरी मुद्दा है।” उन्होंने कहा कि आपातकाल के बाद जब चुनाव हुए तो मतदान से पहले पीएम उम्मीदवार के रूप में मोरारजी देसाई के नाम का खुलासा नहीं किया गया था।उन्होंने आगे कहा, ‘हमारा (एमवीए) प्रयास समाजवादी पार्टी और पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी जैसी अन्य पार्टियों की मदद से महाराष्ट्र में एक बेहतर विकल्प देना है।’ उन्होंने ये भी कहा, ‘हमारा मानना है कि महाराष्ट्र के लोगों ने आगामी चुनाव में हमें (एमवीए) मौका देने का मन बना लिया है।’