हनोई (राघव):एक शख्स ने मर चुके अपने चाचा तक को नहीं छोड़ा। मौत के चार साल बाद शख्स ने कब्र से चाचा की खोपड़ी समेत अन्य हड्डियां चुरा ली। इसके बाद परिवार को फोन करके लाखों रुपये की रंगदारी मांगी। मगर वह अपनी योजना पर कामयाब होता, उससे पहले ही पुलिस ने धर दबोचा। यह हैरान करने वाला मामला वियतनाम का है। उत्तरी वियतनाम में थान होआ नाम का प्रांत है। यहां 37 साल के लुऊ थान नम ने 9 सिंतबर को अपनी चाचा की कब्र को फावड़े से खोद डाला। इसके बाद उसने चाचा की हड्डियां निकालीं और कूडे के ढेर में छिपा दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ने अपने चचेरे भाई एवं मृतक के बेटे लुऊ थान होई और उनकी बहू को फोन से धमकाना शुरू किया। अस्थियों को वापस देने के बदले पांच बिलियन वियतनामी डोंग की रंगदारी मांगी। भारतीय मुद्रा में यह रकम एक करोड़ 69 लाख रुपये से अधिक होती है।
मृतक की बहू के पास आरोपी लुऊ थान नम ने संदेश भेजा। इसमें कहा कि अगर अस्थियां वापस पाना है तो रकम भेज दें। पुलिस से संपर्क किया तो हड्डियां कभी नहीं मिलेंगी। धमकी भरे संदेश के बाद परिवार ने कब्र की जांच की तो होश उड़ गए। परिवार को ताबूत का ढक्कन खुला मिला। परिवार की शिकायत पर पुलिस ने जांच की और लुऊ थान नम को 12 सितंबर को गिरफ्तार किया। उसने अपना गुनाह भी कबूल लिया है। उधर, परिवार ने रीति-रिवाज के मुताबिक अस्थियों को दोबारा दफनाया दिया है। आरोपी ने बताया कि जुए की वजह से उस पर भारी कर्ज हो गया है। कर्ज चुकाने की खातिर ही उसने इस घटना को अंजाम दिया। वियतनामी संस्कृति में क्रब को नुकसाना पहुंचाना बेअदबी माना जाता है। मान्यता है कि इससे मृत आत्मा को शांति नहीं मिलती है। परिवार पर भी इसका बुरा असर पड़ता है। वियतनाम के कानून के मुताबिक कब्र को नुकसान पहुंचाने वाले व्यक्ति को सात साल तक की सजा का प्रावधान है।