नई दिल्ली (नेहा):नेशनल डेस्क: अगले शैक्षणिक सत्र 2025-26 से गुजरात बोर्ड के तहत आने वाले स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक के पाठ्यक्रम में बड़ा बदलाव किया जाएगा। इसके तहत 19 नई किताबें लागू की जाएंगी, जबकि मौजूदा किताबों को रद्द कर दिया जाएगा। यह बदलाव मुख्य रूप से गुजराती, गणित, और विज्ञान विषयों में किया जाएगा। सभी माध्यमों में नए पाठ्यक्रम के अनुसार अलग-अलग विषयों की किताबें उपलब्ध होंगी। कक्षा 12 में अर्थशास्त्र विषय में एक नया अध्याय जोड़ा जाएगा, जिसके चलते इस विषय की किताब भी बदली जाएगी। छात्रों को नेचुरल फूड फॉरेस्ट और क्रॉप कंजर्वेशन जैसे नए टॉपिक्स पढ़ने का अवसर मिलेगा।
गुजरात राज्य पाठ्यपुस्तक बोर्ड द्वारा अगले साल से कक्षा 1 से 8 तक के सभी माध्यमों में गणित, विज्ञान, और सामाजिक विज्ञान की नई किताबें लागू की जाएंगी। कक्षा 8 में विज्ञान की किताब अब द्विभाषी (अंग्रेजी-गुजराती) होगी। इसके अलावा, गुजराती भाषा की किताब को भी गुजराती माध्यम में बदला जाएगा। कक्षा 3 और 6 में गणित और विज्ञान की किताबों में एनसीईआरटी द्वारा प्रकाशित नई किताबें लागू की जाएंगी।
इसके अलावा, कक्षा 7 में मराठी की पहली भाषा की किताब को मराठी माध्यम में बदला जाएगा। कुल 20 किताबें, जिसमें कक्षा 1 से 8 की 19 और कक्षा 12 की एक किताब शामिल है, अगले शैक्षणिक वर्ष से रद्द कर दी जाएंगी। इनकी जगह नई किताबें पढ़ाई जाएंगी। लाखों की संख्या में नई किताबें छपवाई जाएंगी और राज्यभर के स्कूलों में भेजी जाएंगी, ताकि समय रहते छात्रों को नए पाठ्यक्रम के अनुसार पढ़ाई का मौका मिल सके।