अमेठी (किरण): यूपी के अमेठी में गुरुवार की शाम हुए हत्याकांड से पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया है। बदमाशों ने शिक्षक को तीन, पत्नी को दो व बेटियों को एक-एक गोली मार थी। पोस्टमार्टम में डॉक्टरों ने सात गोलियां मृतकों के शरीर से निकाली हैं। कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के साथ शव रायबरेली के लिए रवाना किया गया। आरोपियों की तलाश में पुलिस टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं। एसपी अनूप सिंह ने बताया कि टीमें सक्रिय हैं, जल्द ही हम घटना का राजफाश करेंगे।
कंपोजिट विद्यालय पन्हौना के सहायक शिक्षक सुनील कुमार जिले के शिवरतनगंज कस्बे में परिवार के साथ रहते थे। वह मूल रूप से रायबरेली के जगतपुर थानांतर्गत सुदामापुर के निवासी थे। पहले वह पुलिस विभाग में सिपाही थे लेकिन बाद में शिक्षक के रूप में उनका चयन हो गया था। उनकी तैनाती रायबरेली में ही थी लेकिन दिसंबर 2020 में अमेठी स्थानांतरण हो जाने पर वह यहां आकर किराए के मकान में रहने लगे थे। गुरुवार की शाम सात बजे सुनील अपनी पत्नी और बच्चों के साथ घर में ही थे।
शाम करीब सात बजे बाइक पर सवार वहां पहुंचे और सुनील कुमार, उनकी पत्नी पूनम भारती और पांच वर्षीय पुत्री सृष्टि व डेढ़ वर्षीय बेटी लाडो पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। गोलियों की आवाज सुनकर लोग दौड़े लेकिन हमलावर भाग निकले। भीतर जाकर लोगों ने देखा तो चारो लथपथ पड़े थे। लोगों ने तत्काल घायलों को पास के सिंहपुर सीएचसी पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। पता चला है कि गत 18 अगस्त को ही सुनील की पत्नी पूनम ने रायबरेली कोतवाली नगर में चंदन वर्मा नाम के एक युवक के खिलाफ छेड़खानी और एससी-एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज कराया था। वहीं, पुलिस चंदन की तलाश में जुट गई और उसके गांव व रिश्तेदारों के यहां छापे मारे जा रहे हैं।
एसपी अनूप सिंह ने बताया कि हमलावरों की तलाश की जा रही है। जिन लोगों ने भी हत्याकांड को अंजाम दिया उनको जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। वहीं, छेड़छाड़ के आरोपित चंदन वर्मा के पिता का नाम छेड़छाड़ वाली एफआइआर में मायाराम मौर्य कैसे हो गया। इसकी भी जांच की जा रही है।