मिर्जापुर (नेहा): थाना मिर्जापुर में एक महिला द्वारा पूर्व एमएलसी इकबाल के भाई तथा चार बेटों के खिलाफ दुष्कर्म के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया गया है। मामला नवंबर 2021 का बताया गया है। महिला का आरोप है कि उसे घटना के बारे में बाहर नहीं बताने की बात कहकर धमकी दी गई थी। अब इन लोगों पर अन्य मामलों में कार्रवाई की बात पता लगने के बाद ही वह मुकदमा दर्ज कराने पहुंची है। दर्ज कराए गए मुकदमे में जनपद बागपत की एक महिला का आरोप है कि उसका पति ग्लोकल यूनिवर्सिटी में काम करता था और मिर्जापुर में किराए पर कमरा लेकर रहता था।
नवंबर 2021 में उसका पति बीमार पड़ गया, जिसका पता चलने पर वह मिर्जापुर में पति के पास ही आ गई। पति के इलाज के लिए पैसे नहीं थे तो वह पैसे लेने के लिए यूनिवर्सिटी में इकबाल के बेटे वाजिद के पास चली गई, जिस पर उन्होंने उसे कार्यालय में पानी पिलाने के काम के लिए नौकरी पर रख लिया। आरोप है कि एक दिन आफिस के कमरे में बुलाकर उसके साथ वाजिद ने दुष्कर्म किया। इसी तरह महिला ने इकबाल के भाई महमूद अली पर दुष्कर्म का आरोप लगाया। आरोप है कि इस घटना के 10 दिन बाद वाजिद के छोटे भाई जावेद, इकबाल के छोटे बेटे अलीशान, उसके भाई अफजाल पर महिला से दुष्कर्म करने का आरोप है। महिला का आरोप है कि उसे नौकरी से निकालने की धमकी दी गई। इस बारे में एसपी देहात सागर जैन का कहना है कि इस मामले में जांच के बाद मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
इस मामले को लेकर इकबाल की पत्नी फरीदा बेगम ने मुख्यमंत्री से लेकर डीजीपी और अन्य अधिकारियों को शिकायती पत्र भेजा है। फरीदा बेगम का दावा है कि एक अक्टूबर को उसके बेटों की जमानत हाईकोर्ट से हो गई थी, जैसे ही पुलिस को यह पता चला तो साजिश के तहत अगले ही दिन यह केस दर्ज करा दिया। जिससे बेटे व परिवार के अन्य सदस्य जेल से बाहर न आ सकें। 2021 का मामला था, इतने दिन बाद केस दर्ज क्यों कराया। फरीदा बेगम ने आरोप लगाया कि एक दिन पहले ही उसने एसएसपी को शिकायत भेज दी थी कि मिर्जापुर थाना पुलिस फर्जी केस दर्ज कर सकती है।