लखीमपुर खीरी (नेहा): उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में जंगली जानवरों के हमले की दो अलग-अलग घटनाओं में दो बच्चों की मौत हो गई। वन विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पहली घटना दक्षिण खीरी वन प्रभाग के शारदानगर वन रेंज में हुई। यहां शनिवार शाम को लखीमपुर थाना क्षेत्र के गंगाबेहर गांव के 12 वर्षीय शाहजेब को संदिग्ध रूप से एक तेंदुआ उठा ले गया। घटना के वक्त शाहजेब अपने पिता की साइकिल को धक्का दे रहा था। उन्होंने बताया कि जानवर ने बच्चे को मार डाला और उसका शव शनिवार रात गांव से करीब 500 मीटर दूर एक गन्ने के खेत से बरामद किया गया।
पीड़ित के पिता मुनव्वर के मुताबिक, वह अपनी साइकिल पर खाद की बोरियां लेकर गन्ने के घने खेतों से होकर गांव जा रहा थे, जबकि उनका बेटा उनकी मदद के लिए साइकिल को धक्का दे रहा था। इसी दौरान खेत में ही छिपा तेंदुआ शाहजेब को खींच ले गया। काफी तलाश करने के बाद उसका शव एक खेत में मिला। दक्षिण खीरी के प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) संजय बिस्वाल ने घटना की पुष्टि की और कहा कि वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई हैं और जंगली जानवर की पहचान करने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि यह तेंदुआ हो सकता है।
वहीं दूसरी घटना पधुवा थाना क्षेत्र के कुर्तैहा गांव में हुई जहां जंगली जानवर के हमले में 3 साल की रिजा बानो की मौत हो गई। शनिवार को उसका शव घाघरा नदी में उतराया पाया गया। यह गांव ‘दुधवा बाघ अभयारण्य’ (डीटीआर) के बफर जोन में आता है। रिजा की मां ने बताया कि शुक्रवार रात एक भेड़िया उसके घर में घुस आया और बच्ची को उससे छीनकर ले गया। हालांकि, दुधवा के अधिकारियों को संदेह है कि तेंदुए ने बच्ची पर हमला किया है। दुधवा के क्षेत्र निदेशक ललित वर्मा ने कहा कि इस क्षेत्र में भेड़ियों की मौजूदगी की पहले कभी सूचना नहीं मिली थी।