भभुआ (किरण): भभुआ जिले में बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित पांच सौ शिक्षकों के कागजातों की जांच की जाएगी। इन शिक्षकों के कागजात बीपीएससी पोर्टल पर अपलोड किए गए हैं। जिनका सत्यापन सही तरीके से नहीं हो पाया है। पोर्टल पर अपलोड किए गए मूल प्रमाण पत्र अपठनीय हैं। इस मामले में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना कृष्ण मुरारी गुप्ता ने संबंधित शिक्षकों के अलावा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और प्रधानाध्यापक को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। जिसमें शिक्षकों को अपने मूल प्रमाण पत्र के साथ जिला शिक्षा कार्यालय में स्थित बीपीएससी कोषांग में जांच के लिए उपस्थित होना होगा।
बता दें कि विभागीय निर्देश के आलोक में बिहार लोक सेवा आयोग के पहले और दूसरे चरण में चयनित शिक्षकों के कागजातों की जांच प्रक्रियाधीन है। कैमूर में बिहार लोक सेवा आयोग के चयनित सीटेट में 60 प्रतिशत से कम अंक पर नौकरी पाने वाली 14 शिक्षिकाओं की सेवा भी समाप्त कर दी गई है। विभागीय निर्देश के आलोक में इन शिक्षिकाओं के प्रमाण पत्रों की जांच की गई। जिसमें सीटेट में कम अंक प्राप्त करने वाली शिक्षिकाओं की सेवा समाप्त करने की कार्रवाई की गई है।
बिहार लोक सेवा आयोग पटना द्वारा निर्गत दिशा निर्देश एवं विभागीय आदेश के आलोक में इन शिक्षिकाओं द्वारा विस्तृत विवरण को छिपाते हुए नियुक्ति पत्र प्राप्त किया गया। जिसकी समीक्षा के बाद त्रुटियां पाई गई है। बता दें कि नियुक्ति के दौरान दिए गए प्रमाण पत्रों की जांच विभाग द्वारा की जा रही है। विभागीय निर्देश के आलोक में बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित जिन शिक्षकों के प्रमाण पत्रों में त्रुटि पाई जा रही है उनके विरुद्ध कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जिला शिक्षा पदाधिकारी सुमन शर्मा ने बताया कि बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित शिक्षकों के सभी शैक्षणिक प्रमाण पत्र की जांच की जा रही है।